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पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को 50,000 की रिश्वत लेते लोकायुक्त रंगे हाथों गिरफ्तार

Wednesday, September 28, 2022

/ by Today Warta



सीधी । प्रदेश में लोकायुक्त की टीम के द्वारा लगातार रिश्वत लेने वालों पर छापामार कार्यवाही कर रही है।लेकिन रिश्वतखोर जो है वह मानने को तैयार नही है।ताजा मामले सीधी जिले से आया है जहां पीडब्लूडी के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को 50 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है। इस छापामार कार्यवाही में जहां अधिकारी-कर्मचारियों हड़कंप मचा हुआ है। वहीं आम जनता भी यह सुनकर हैरान है कि ये अधिकारी शासन से भारी भरकम तनख्वाह पाने के बाद भी आखिर क्यों रिश्वत के पीछे भागते नजर आते है।

मामला बीते 27 सितंबर का है जिसमे सीधी जिले के पीडब्लूडी विभाग में पदस्थ्य कार्यपालनयंत्री  डीके सिंह के द्वारा एक ठेकेदार के भुगतान के मामले में ठेकेदार के द्वारा 50 हजार की रिश्वत देते हुए लोकायुक्त रीवा की टीम ने कार्यपालनयंत्री को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

दरअसल पीडब्ल्यूडी विभाग में ठेकेदारी करने वाला हल्के सोनी नामक व्यक्ति का लंबे समय से लंबित 2 लाख रुपये के भुगतान के लिए कार्यपालनयंत्री डीके सिंह के द्वारा 20 प्रतिशत की राशि रिश्वत के तौर पर मांगी जा रही थी। कार्यपालन यंत्री  बिना कमीशन लिए काम करने को तैयार नही थे। ठेकेदार के द्वारा कार्यपालनयंत्री को शुरू में इसके लिए 10 हजार दिए गए थे।लेकिन उनके द्वारा कमीशन की राशि पूरी लिए बगैर भुगतान के लिए तैयार नही थे। इससे तंग होकर ठेकेदार हल्के सोनी के द्वारा इस पूरे मामले की लिखित शिकायत लोकायुक्त रीवा के एसपी से कर दी गई।

लोकायुक्त की टीम के द्वारा शिकायत के परीक्षण और मोबाइल में बातचीत टेपिंग की जांच के बाद शिकायत सही पाई गई।जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने प्लान के अनुसार शिकायतकर्ता हल्के सोनी को कार्यपालनयंत्री डीके सिंह को रिश्वत की राशि देने का प्लान बनाया गया। जिसमे पीडब्लूडी कार्यालय में दोपहर को रिश्वत की राशि देने की योजना बनाई गई, इधर लोकायुक्त रीवा की 12 सदस्यीय टीम कार्यालय खुलने से पहले ही वहां पहुंच गई और सिविल ड्रेस में मोर्चा संभाल लिया। जिसके बाद जैसे ही तय समय के अनुसार ठेकेदार हल्के सोनी कार्यालय पहुंचा और रिश्वत की राशि 50 हजार रुपये कार्यपालनयंत्री के चेम्बर में जाकर उन्हें रिश्वत दे दी और बाहर निकलकर जैसे ही टीम को इशारा किया तब तुरंत लोकायुक्त टीम ने ऑफिस में पहुंचकर कार्यपालनयंत्री डीके सिंह को रिश्वत सहित दबोच लिया।

जिसके बाद कार्यपालनयंत्री डीके सिंह को गिरफ्तार कर लिया और लोकायुक्त की टीम ने आगे की कार्यवाही के लिए सर्किट हाउस ले जाया गया जहां टीम के द्वारा आगे की कार्यवाही की गई। रिश्वतखोर कार्यपालनयंत्री यंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई हैं।

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