भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाव बढ़ गया है। इसकी वजह है भारत द्वारा हाल ही में चलाया गया एक सैन्य अभियान, जिसे 'ऑपरेशन सिंदूर' कहा गया। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान सीमा के पार आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया।
भारतीय सेना के अनुसार, यह ऑपरेशन एक विशेष मिशन था जिसमें उन आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया जो भारत पर हमले की योजना बना रहे थे। सेना का कहना है कि यह कार्रवाई सटीक और सफल रही। देशभर में लोगों ने भारतीय सेना और सरकार की इस कड़ी कार्रवाई की सराहना की है।
वहीं पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन का कड़ा विरोध किया है। पाकिस्तान की सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसे हमले दोबारा हुए तो उसके गंभीर परिणाम होंगे। इस बयान के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है।
सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। कई जगहों पर स्कूल और बाजार एहतियातन बंद कर दिए गए हैं।
इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हालिया सीजफायर (गोलीबारी बंद) का श्रेय उन्हें जाता है। ट्रंप का कहना है कि उन्होंने दोनों देशों के बीच शांति के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
हालांकि, भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्रंप के दावे को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान से सीधे बातचीत के जरिए शांति की दिशा में कदम बढ़ाया और इसमें किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं थी।
फिलहाल, दोनों देशों के बीच माहौल बहुत नाजुक बना हुआ है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि यह तनाव किसी बड़े टकराव में न बदले। सरकार और सेना स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।