भोपाल। जबलपुर में खाद वितरण में हुई 26 मेट्रिक टन की गड़बड़ी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई. सीएम ने जबलपुर पुलिस को दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन कर्ताओं द्वारा निर्धारित स्थानों पर आपूर्ति कम की गई और कई स्थानों पर बिलकुल भी खाद की आपूर्ति नहीं की गई है. सीएम ने जबलपुर के कलेक्टर और कमिश्नर से सवाल किया कि आखिर यह इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हो गई और वह क्या करते रहे? गड़बड़ी को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भी जमकर फटकार लगाई है
कंपनी ने खाद वितरण के लिए खुद कर दी एक और कंपनी नियुक्त: जबलपुर में खाद वितरण की जिम्मेदारी 7 कंपनियों को सौंपी गई है. इनमें से एक कृप्पो फर्टिलाइजर लिमिटेड भी है. इस कंपनी ने खाद वितरण के परिवहन की जिम्मेदारी अपने स्तर पर एक दूसरी कंपनी बीपीएनके फर्टिलाइजर प्राइवेट लिमिटेड को अलग से नियुक्त कर दिया. जबलपुर में 25 अगस्त को खाद का रैक लगा था. इसमें 2600 मेट्रिक टन यूरिया पहुंचा था. इस यूरिया को विपणन केंद्रों को पहुंचाने के स्थान पर 28 से 31 अगस्त के बीच फर्टिलाइजर कंपनी ने यूरिया निजी स्थानों पर इसकी सप्लाई कर दी।
घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने जताई कड़ी नाराजगी: घटना सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह 7 बजे जबलपुर संभाग की आपात बैठक बुलाई. बैठक में मुख्यमंत्री ने जबलपुर संभाग से पूछा कि आखिर गड़बड़ी के कैसे हुई? जबलपुर कमिश्नर ने कहा कि कंपनी को पहले ही बता दिया गया था कि किन किन स्थानों पर खाद का परिवहन किया जाना है, लेकिन कंपनी ने बताए गए स्थान पर यूरिया की सप्लाई नहीं की, बल्कि निजी स्थानों पर कर दी. जहां कृषकों को यूरिया सप्लाई की गई उसे भी कम किया गया. घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा कि जिस समय खाद की जरूरत है, उस समय खाद ना मिलना एक गंभीर अपराध है. सीएम ने अधिकारियों को कहा कि पूरे प्रदेश में इस तरह की स्थिति नहीं होनी चाहिए. इसके बाद संभागीय आयुक्त ने बताया कि खाद डाइवर्ट करने पर फर्टिलाइजर मूवमेंट कंट्रोल ऑर्डर का वायलेशन हुआ है, इसलिए इससे संबंधित धाराओं में आज ही एफआईआर दर्ज करा दी जाएगी।