इन्द्रपाल सिंह 'प्रिइन्द्र'
लोगों ने पकड़कर किया कोतवाली पुलिस के हवाले
हमले के आरोप में संजू तिवारी व चेतन रैकवार पुलिस हिरासत में
ललितपुर। बीती देर रात सदनशाह चौराहे स्थित ऋषिराज हॉस्पिटल के संचालक पर जानलेवा हमला करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। हॉस्पिटल संचालक की माने तो पकड़े गए दो युवकों में से एक युवक हॉस्पिटल की वीडियोग्राफी करते हुए रेकी कर रहा था, वही दूसरा युवक फोन पर रेकी कर रहे युवक को निर्देश दे रहा था। रेकी करते हुए पकड़े गए युवक को लोगों की मदद से कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया गया तो वहीं दूसरी ओर पकड़े गये दूसरे युवक द्वारा डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी गई थी, उसका एक युवक साथी अचानक से लापता हो गया है। डायल 112 पुलिस सूचना देने वाले युवक को कोतवाली लेकर पहुंची, जहां उसे पता चला कि जिस युवक के अपहरण होने की सूचना 112 पर दर्ज कराई गई थी उसे लोगों द्वारा रेकी करने व जानलेवा हमला करने के आरोप में कोतवाली पुलिस को सौंपा है। पूरा मामला पुलिस को समझते देर न लगी और पुलिस ने दोनों को हवालात में डाल दिया। मिली जानकारी के अनुसार मोहल्ला चौबयाना आलोक कुमार चौबे सदनशाह चौराहा स्थित दिवाकर हाउस में ऋषिराज हॉस्पिटल का संचालन करते हैं। प्रतिदिन की भांति बुधवार को भी हॉस्पिटल संचालक आलोक चौबे अपने हॉस्पिटल से घर जाने के लिए जैसे ही बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि एक युवक उनके हॉस्पिटल कि बाहर से वीडियो बना रहा है। यह देख कर उन्होंने उक्त युवक से मोबाइल फोन द्वारा बनाई जा रही वीडियो के बारे में जानकारी चाही तो यहां आरोप है कि वीडियोग्राफी कर रहे युवक ने उनकी कॉलर पकड़कर गाली-गलौज करते हुये उन पर हमला कर दिया। इतने में आलोक चौबे कुछ समझ पाते कि वह द्वारा धारदार पत्ती अपने हाथ से निकाली और एकदम से झपट पड़ा और मौके पर अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल के बाहर मौजूद तीमारदारों ने उसी वक्त हमला कर रहे युवक को पकड़ लिया और कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया। कोतवाली में मौजूद निरीक्षक सुधाकर शाक्य द्वारा जब पूछताछ की गयी तो बताया गया कि दोनों युवक बुढ़वार रोड स्थित श्री गुरूनानकदेव हास्पिटल (कौर नसिंग होम) से जुड़े हुये हैं। पकड़ में आये भोपाल व हाल ललितपुर निवासी चेतन रैकवार नाम के युवक ने बताया कि वह कौर नर्सिंग होम में मैनेजर है, जबकि दूसरा व्यक्ति जिसका नाम संजीव तिवारी उर्फ संजू बताया गया है जो कि ऋषिराज हॉस्पिटल की रैकी कर रहा था। मामले में पीडि़त पक्ष की ओर से आलोक कुमार चौबे की लिखित शिकायत पर पुलिस ने नेहरू नगर टौरिया के पास निवासी संजीव तिवारी पुत्र लक्ष्मी नारायन एवं भोपाल व हाल निवासी ललितपुर चेतन रैकवार पुत्र भगवानदास रैकवार के खिलाफ धारा 352, 504, 506 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी।
पूर्व में भी दर्ज करायी गयी थी शिकायत
पीडि़त आलोक कुमार चौबे ने शिकायती पत्र में बताया कि उनके ऋषिराज हॉस्पिटल के प्रति लोगों के बढ़ते विश्वास और मरीजों की बढ़ती संख्या के के साथ-साथ सस्ता उपचार होने के चलते श्रीगुरूनानकदेव हॉस्पिटल संचालक द्वारा ईष्या रखी जाती है, जिस कारण आये दिन वह ऋषिराज हॉस्पिटल को बदनाम करने या फिर हॉस्पिटल या यहां कार्यरत कर्मचारियों को नुकसान पहुंचाने के लिए मौके की तलाश में रहते हैं। इसके पहले भी उक्त लोगों के खिलाफ शिकायत करते हुये एनसीआर दर्ज करायी जा चुकी है।
महिला अस्पताल में संजू का दबदबा रहता कायम
कहने को बुढ़वार रोड स्थित हॉस्पिटल में संजू तिवारी कार्यरत है, लेकिन सुबह से लेकर शाम और देर रात तक संजू को महिला अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में देखा जा सकता है। महिला अस्पताल में आने वाली प्रसूताओं व उनके परिजनों को बहला-फुसलाकर उक्त हॉस्पिटल में भेजने का कार्य संजू द्वारा किया जाता रहा है, जिसकी कई बार शिकायतें भी हुयीं, लेकिन कार्यवाही न होने से हौंसले बुलंद हैं।