सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद मंगलवार रात को आनन-फानन में पटवारी को निलंबित कर दिया गया है क्या है मामला: बीना जनपद की भानगढ़ ग्राम पंचायत में 2 अक्टूबर को ग्राम सभा का आयोजन किया गया था. ग्राम सभा के लिए स्थानीय जनपद सदस्य क्षमादार कुर्मी भी पंचायत भवन पहुंचे थे, जहां सरपंच उषा पटेल और पंचायत सचिव भी मौजूद थे. इसी बीच कुर्सी पर बैठने को लेकर पटवारी और जनपद सदस्य के बीच में विवाद हो गया, विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि जनपद सदस्य के खिलाफ पटवारी विनोद अहिरवार ने थाने में शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज करा दिया. यहां तक तो ठीक था, लेकिन बाद में पटवारी विनोद अहिरवार ने जनपद सदस्य को एससी एसटी एक्ट लगवाने की धमकी दी और राजीनामा करने के लिए दबाव बनाया. एससी एसटी एक्ट के डर और राजीनामा के नाम पर जनपद सदस्य पटवारी के घर पहुंच गए, जहां पटवारी ने उन्हें पैरों में गिर कर माफी मांगने के लिए कहा. जनपद सदस्य इस बात के लिए भी तैयार हो गए और वह घुटनों के बल बैठकर झुक कर माफी मांगने लगे, तो पटवारी ने उनका फोटो खिंचवा कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. फोटो वायरल होने पर जिला प्रशासन का एक्शन: सोशल मीडिया पर मंगलवार रात को फोटो वायरल होने के बाद जिला कलेक्टर दीपक आर्य ने बीना एसडीएम को जांच के आदेश दिए और बीना एसडीएम के जांच प्रतिवेदन के बाद सिविल सेवा आचरण अधिनियम 1966 की धारा के अंतर्गत निलंबित कर केसली विकासखंड मुख्यालय में अटैच कर दिया है।
पटवारी ने दिखाई गुंडागर्दी, जनपद सदस्य की पीठ पर पैर रखा फोटो खींचकर वायरल की , निलंबित
सागर। बीना तहसील के भानगढ़ के पटवारी विनोद अहिरवार ने स्थानीय जनपद सदस्य क्षमाचार कुर्मी को एससी एसटी एक्ट का भय दिखाकर माफी मांगने के नाम पर पीठ पर पैर रखकर फोटो खींचकर वायरल कर दी है. मामला 2 अक्टूबर का बताया जा रहा है जब कुर्सी पर बैठने को लेकर जनपद सदस्य और पटवारी के बीच विवाद हो गया, तो पटवारी विनोद अहिरवार ने थाने में शिकायत कर जनपद सदस्य के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज करा दिया. जनपद सदस्य को एससी एसटी एक्ट लगाने की धमकी देते हुए राजीनामा के लिए अपने घर बुलाया और पैरों में गिर कर माफी मांगने के लिए कहा. एससी एसटी एक्ट के डर से जनपद सदस्य डर गए और माफी मांगने लगे, तो पटवारी ने उनकी पीठ पर पैर रखकर फोटो खिंचवा कर फोटो वायरल कर दी.