भू-माफिया और रसूखदार अतिक्रमणकारियो पर कार्यवाही से डरता है प्रशासन
सतना/बिरसिंहपुर:- अतिक्रमण के नाम पर बिरसिंहपुर नगर मे इन दिनो प्रशासन जप्ती एवं चालानी कार्यवाही कर रहा है, लेकिन यह कार्यवाही केवल छोटे एवं गरीब फुटपाथी लोगो पर करके अपने आप को बाहुबली समझ रहा हैं, ये वही गरीब फुटपाथी लोग है जो दो पैसे की रोजी-रोटी कमाकर अपने बच्चो का पेट भरते है, व परिवार का पालन पोषण करते है, प्रशासन इनको ही मुख्य अतिक्रमणकारी मान कर इन्ही के पेट मे लात मारता है जिसका फायदा बडे -बडे भू-माफिया, और बडे रसूखदार अतिक्रमणकारी लेते है और अपनी रोटी सेकते है साथ ही कुछ रोटी का टुकडा सामने भी डाल देते है, जिससे इनके गिरेवान तक कानून का हाथ नही पहुंच पाता और मारा जाता है गरीब ।
ज्ञात हो कि बिरसिंहपुर मे पूरे बाजार मे केवल दिखावे का अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जाता है एक तरफ से अतिक्रमण के नाम पर पन्नी हटाई जाती है और दूसरी ओर अतिक्रमण सजता जाता है, और तो और जब बडी कार्यवाही होती है तो गरीब फुपाथियों के दुकाने हटा दी जाती है जिसमे ठेले, व सडक पर रोज मर्रा की दुकान वाले होते है।
फीका पड रहा गरीब का त्यौहार:- ज्ञात हो कि दीपावली का त्यौहार आने वाला है हर घर मे प्रकाश का पर्व मनाया जाता है किन्तु अतिक्रमण की कार्यवाही होने व उचित जगह न उपलब्ध कराने के कारण गरीबो की दीवाली के दिन अंधकार फैलने का डर सता रहा है वह गरीब किस तरह से अपने बच्चो को इस खुशी के मौके पर मुंह मीठा करा पायेगा कैसे उसका त्यौहार खुशियो से भरेगा ।
आखिर प्रशासन इन गरीब पर कार्यवाही करने के पहले व रोजगार छीनने के पहले उचित स्थल की व्यवस्था क्यो नही करती जहॉ फुटपाथ वाले भी अपनी सम्मान की रोजी-रोटी कमा कर जी सके और जो वास्तविक अतिक्रमणकारी है उन पर कार्यवाही क्यो नही करती उन भू-माफिया वालो के गिरेवान तक अपने हाथ डालने से क्यो डरती है, उन गरीबो के भी परिवार है उनके भी बच्चो को भूख लगती है उन पर भी मानवाधिकारो का हनन होता है इस विषय पर भी प्रशासन को ध्यान देना चाहिए ।