कटनी - आज आधुनिकता के दौर में हम इतना डूब चुके हैं कि हम तो कुछ भी नहीं कर रहे और न ही विचार कर रहे।आज एनजीओ का घेरा हमारे घर और समाज पर सीधा असर डाल रहा है स्वच्छता अभियान के नाम पर एनजीओ के सदस्य या कर्मचारी जागरूक करने के लिए हमें बताएगा या कहें नाम नंबर लेगा और कागजों पर एनजीओ के माध्यम से स्वच्छ सन्देश देकर शहर स्वच्छता का परिचायक बन जाता है भले ही नगर निगम द्वारा स्वच्छता के नाम पर रसीद काटकर व्यापारियों की दुकानों संस्थानों के बाहर डस्टबिन रखवाने के लिए वसूल किया गया हो और नगर निगम द्वारा खरीद किए गए करोड़ों रुपए के डस्टबिन कबाड़ में तब्दील होकर कचरे हो गया हो लेकिन स्वच्छता पर एनजीओ के माध्यम से स्वच्छ सन्देश देकर अभियान कागजों में दुरुस्त अवश्य हो जाता है वहीं एम एस डब्ल्यू कचरा ढोने वाली एजेंसी भी काम कर करोड़ों रुपए के कचरे को ढो और धो रही है इस कचरे के काम में कई लोग साफ होकर जागरूक हो गए ? इसलिए स्वच्छता के प्रति जागरूक बनिए नगर को स्वच्छ बनाने सहयोग देकर एनजीओ के नाम पर बर्बाद होने वाले करोड़ों रुपए को बचाने प्रयास करें ।