प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्योपुर महिला स्वयं सहायता समूह सम्मेलन में भाग लिया और विकास केंद्रो का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि अगर मेरे जन्मदिन पर कोई कार्यक्रम नहीं रहता तो मैं अपनी मां का पास जाता, उनके चरण छू करके आशिर्वाद लेता। आज मैं अपनी मां के पास नहीं जा सका लेकिन आज जब मेरी मां देखेगी कि मध्य प्रदेश के आदीवासी अंचल की लाखों माताएं मुझे आशीर्वाद दे रही हैं, तो उनको जरूर संतोष होगा। ये दृष्य आज मेरी मां जब देखेगी तो जरूर संतोष होगा कि भले बेटा आज यहां नहीं गया, लेकिन लाखों माताओं ने आशीर्वाद दिया है। मेरी मां को आज ज्यादा प्रसन्नता होगी। पीएम मोदी ने कहा कि पिछली शताब्दी के भारत और इस शताब्दी के 'नए भारत' में एक बहुत बड़ा अंतर हमारी नारी शक्ति के प्रतिनिधित्व के रूप में आया है। आज के नए भारत में पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारीशक्ति का परचम लहरा रहा है। आज इस मंच से पूरे विश्व को संदेश देना चाहता हूं कि आज जब करीब-करीब 75 वर्ष बाद आठ चीतें हमारे देश की धरती पर लौट आए हैं। अफ्रीका से हमारे मेहमान आए हैं, इन मेहमानों के सम्मान में हम सभी इनका स्वागत करें। मुझे आज इस बात की भी खुशी है कि भारत की धरती पर अब 75 साल बाद चीता फिर से लौट आया है। अब से कुछ देर पहले मुझे कुनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ने का सौभाग्य मिला। विश्वकर्मा जयंती पर स्वयं सहायता समूहों का इतना बड़ा सम्मेलन, अपने आप में बहुत विशेष है। मैं आप सभी को, सभी देशवासियों को विश्वकर्मा पूजा की भी शुभकामनाएं देता हूं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज पूरे राज्य में उत्सव का माहौल है, रक्तदान के शिविर हो रहे हैं। रोजगार की अपार संभावनाएं लेकर पीएम हमारे बीच पधारे हैं। आजीविका मिशन की बहने पहले मजदूरी करती थी आज मालिक बन गई हैं। पहले यहां 1000 बेटो पर 912 बेटियां पैदा होती थी अब 976 हो रही हैं।