परीक्षा के दौरान स्कूल संचालक के दोनों बेटे अक्षय व अक्षांश वहां आए। उन्होंने छात्र के पास से एक कागज बरामद किया जिसे कथित तौर से चिट कहा जा रहा है। इसके बाद उन्होंने क्लास के अंदर ही उसके कपड़े उतारकर उसे बेल्ट से पीटना शुरू कर दिया। अर्धनग्न हालत में वो लोग छात्राओं के सामने काफी देर तक उसे पीटते रहे। जब लड़का घर आकर ड्रेस उतार रहा था तब उसके परिजनों ने उसके शरीर पर निशान देखे। उसके बाद उसने पूरी घटना बताई। पिता का कहना है कि बेटे ने नकल नहीं की थी। एक कागज मिला था, उसी पर उन्होंने बेटे को बेरहमी से पीटा। जबकि वे दोनों भाई स्कूल में टीचर नहीं हैं।
छात्र के परिजन का आरोप है कि ये सीबीएससी स्कूल है। रिजल्ट अच्छा बने इसलिए स्कूल प्रबंधन खुद पहले बच्चों को नकल करवाता था। वहीं, स्कूल संचालक के बेटे अक्षय का कहना है कि आरोप झूठे हैं। छात्र नकल कर रहा था। हमने उसे पकड़ा। अब वे चाहते हैं कि बच्चे को स्कूल से बाहर न कर दें। इसीलिए वो दबाव बना रहे हैं। बच्चे के शरीर पर आए निशान को लेकर अक्षय ने सिर्फ यही कहा कि मैं नहीं जानता। हमने उसे नहीं पीटा। इलाके के थाने में पदस्थापित प्रभारी अंतिम पवार ने बताया कि छात्र के परिजन की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

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