देश

national

भारत में गांव का दवाखाना है नीम

Sunday, October 9, 2022

/ by Today Warta



ये होती ही इतनी कड़वी हैं मगर जब हम आपको इसके फायदे बताएंगे तो आप चौंक जाएंगे। सबसे बड़ी बात जो फायदे हम बताने जा रहे हैं, वो आयुर्वेद और नैचुरोपैथी यानी प्राकृतिक चिकित्सा के विशेषज्ञों ने बताई हैं। नीम की पत्तियां सुबह-सुबह खाली पेट खाने से सबसे बड़ा फायदा है कि कैंसर से बचाव होता है। आजकल कैंसर के केस बढ़ते जा रहे हैं। इससे बचने के लिए लोग महंगी-महंगी दवाईयां खाते हैं। नीम की पत्तियां शरीर से फ्री रैडिकल्स यानी मुक्त कणों को नष्ट करने में मदद करती हैं। इसका मतलब नीम की पत्तियां खून साफ करने में मदद करती हैं। यही नहीं अब तो ये बात आधुनिक वैज्ञानिक भी मान चुके हैं कि नीम की पत्तियों में पॉलिसैकेराइड्स और लिमोनॉयड्स ट्यूमर, कैंसर को कम करते हैं। स्किन कैंसर से बचाव में भी नीम की पत्तियां बेहद कारगर हैं। 

इसके अलावा कोविड-19 से बचाव के लिए इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने की बात होती रहती है। इम्यूनिटी सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए नीम की पत्तियां बेहद कारगर होती हैं। इसके अलावा दांत में दर्द, मसूड़ों की समस्या, पेट साफ होना, कब्ज की समस्या, मलत्याग मे समस्या हो तो नीम की पत्तियां बेहद कारगर होती हैं। खुजली, पिग्मेंटेशन और स्किन में कोई भी प्रॉब्लम हो तो नीम की पत्तियां बहुत बेहतर उपाय हैं। स्किन की प्रॉब्लम में नीम की पत्तियां खाने और स्किन पर लगाने, दोनों से फायदा होता है। बालों में रुसी या बाल झड़ना जैसी समस्या हो तो भी नीम के पत्ते खाने चाहिए। नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर सिर में लगाने से भी काफी लाभ मिलता है। बहुत से लोग नीम के तेल भी प्रयोग करते हैं लेकिन नैचुरोपैथी को विशेषज्ञों का दावा है कि तेल की बजाय पत्ती पीसकर लगाना ज्यादा लाभ करता है। आजकल डायबिटीज की समस्या भी बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। अगर नियमित रूप से नीम की पत्तियों का सेवन किया जाए तो डायबिटीज को कम करने में काफी मदद मिलती है। 

हालांकि नीम की पत्तियों का सेवन करते समय कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए। नीम की ताजा निकली हुए लाल-हरी पत्तियों का सेवन ज्यादा लाभ करता है। पुरानी पत्तियों यानी डाल पर लगी पिछली पत्तियों की बजाय डाल की सबसे आगे की छोटी मुलायम पत्तियों का प्रयोग करें। इसके अलावा कुछ चिकित्सा विशेषज्ञों का दावा  है कि नीम की पत्तियों का लगातार 15-16 दिन से ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। लगभग 15 दिन खाने के बाद 10-12 दिन गैप दें, उसके बाद दोबारा सेवन शुरू कर दें। इससे आप ज्यादा लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

Don't Miss
© all rights reserved
Managed by 'Todat Warta'