सागर जिले की बीना जनपद का मामला
सागर(बीना) । जिले के बीना में महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को राजनीतिक क्षेत्र में पचास प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है, लेकिन महिलाओं पद पर पति या उनके परिवार के पुरुष सदस्य रौब झाड़ते नजर आते हैं। ऐसा ही मामला जनपद पंचायत में सामने आया है। यहां जनपद पंचायत अध्यक्ष ऊषा राय हैं, लेकिन कार्यालय में डली कुर्सी पर उनके पति दिनेश राय बैठते हैं और लोगों की समस्याएं भी सुनते हैं। साथ ही कर्मचारियों पर भी रौब झाड़ा जाता है, जिससे पत्नी के बराबर सम्मान मिल सके। जानकारी के अनुसार वह कर्मचारियों को निर्देश देते हैं। गुरुवार की सुबह भी वह जनपद अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे थे और वहां आने वाले लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। साथ ही उनके कुछ समर्थक भी साथ में बैठते हैं, जो अध्यक्ष पति का परिचय देते हैं। इस ओर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा भी ध्यान नहीं दिया जाता है और महिला सशक्तिकरण का माखौल उड़ाया जा रहा है।
जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि और पंचायतों में पति संभाल रहे कार्य
जिला पंचायत की साधारण सभा की बैठक में अधिकाशं जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि शामिल होकर क्षेत्र की समस्या एवं रुतबा दिखाते है पंचायतों में अधिकांश महिला सरपचों का कार्य सरपंच पति प्रतिनिधि बनकर संभाल रहे हैं। ग्रामीणों ने जिसे चुनकर अपना सरपंच बनाया है, वह कभी जनता के बीच में ही नहीं जाती हैं। जबकि शासन के निर्देश हैं कि महिला प्रतिनिधि ही कार्य संभालेंगी, पति या परिवार का अन्य कोई पुरुष हस्तक्षेप नहीं करेंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है।
मामले में जलद के प्रभारी सीईओ एस के जैन का कहना
है कि अध्यक्ष पति कब कुर्सी पर आकर बैठ गए, इसका पता नहीं चला, लेकिन जानकारी मिलते ही उन्हें आगे से ऐसा न करने की हिदायत दी गई है। वहीं एस डीएम शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि जनपद पंचायत कार्यालय में अध्यक्ष पत्नी की कुर्सी पर पति का बैठना गलत है और आगे ऐसा न हो इसकी हिदायत दी जाएगी।