सतना। शहर के सर्किट हाउस चौराहे के समीप सेंट्रल बैंक के सामने गत 6 मार्च को दिन दहाड़े गोली मारकर शराब कंपनी के मुनीम की हत्या और 22 लाख रुपये की लूट की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह में उत्तर प्रदेश के शूटर शामिल थे। वारदात की योजना सतना केंद्रीय जेल में बनी थी। सरगना ने जेल से निकलने के बाद स्थानीय लोगों से संपर्क किया और उप्र के अपने साथी शूटरों को बुलवा कर वारदात को पूरी तैयारी के साथ अंजाम दिया। इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए सतना एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि वारदात में शामिल रहे सतना के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें अभी पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी। पकड़े गए आरोपितों में मनीष सिंह बरगाही पिता अमरजीत उर्फ उमेश बरगाही 24 वर्ष निवासी सोनवर्षा कोटर हाल निवासी दुर्गा नगर नई बस्ती,गौरव सिंह बरगाही पिता सतीश सिंह बरगाही 28 वर्ष निवासी रैगांव सिंहपुर और दीपनारायण उर्फ दीपक पांडेय पिता आदित्य पांडेय 32 वर्ष निवासी सोहास कोटर सतना शामिल हैं। ये तीनों ही वारदात में सहयोगी की भूमिका में शामिल रहे। वारदात की योजना बनाने वाले उप्र के शातिर अपराधी जिलेदार सिंह उर्फ जेडी और रामपुर के अपराधी दीपक सिंह पटेल उर्फ दीपू के साथ मिलकर मनीष सिंह ने जेडी और यूपी से आए उसके शूटर साथियों को रैगांव स्थित अपने घर मे ठहराया था। उनके खाने - पीने का बंदोबस्त गौरव बरगाही ने किया था जबकि दीपनारायण ने रेकी में मदद की थी और घटनास्थल पर पीछे से मदद के लिए मौजूद रहा था। एसपी गुप्ता ने बताया कि वारदात में 11 आरोपित शामिल थे जिनमें सतना के दो आरोपित राहुल जायसवाल पिता बद्री जायसवाल 22 वर्ष केपी आयल मिल के पास मथुरा बस्ती सिंधी कैंप और दीपक सिंह पटेल उर्फ दीपू पिता राजेन्द्र उर्फ भूरा सिंह 28 वर्ष निवासी कुर्मिहा टोला रामपुर बाघेलान अभी फरार हैं। दीपू 8 मार्च को घायल होकर जबलपुर के अस्पताल में भर्ती है।
यूपी से आए थे 5 बदमाश
पुलिस ने बताया कि हत्या और लूट की वारदात को अंजाम देने 5 अपराधी उप्र के केराकत जौनपुर से आए थे। इन सबका सरगना जिलेदार उर्फ जेडी उर्फ उर्फ छोटू यादव पिता मुरली यादव 35 वर्ष निवासी जेंडलपुर थाना महाराजा गंज जिला जौनपुर उत्तर प्रदेश था। उसने अपने साथी सुभाष यादव पिता घुरहू यादव 35 वर्ष निवासी बंबावन देवरिया थाना गड्डी केराकत जौनपुर,शिवम उर्फ पोनू सरोज पिता सत्यदेव सरोज 23 वर्ष निवासी पचवार जौनपुर,आनंद सागर यादव पिता सूबेदार यादव निवासी उसरापुर पुचवार जौनपुर,नीलेश उर्फ नीलू यादव पिता जनार्दन यादव 22 वर्ष निवासी शबुद्दीनपुर केराकत जौनपुर और अभिषेक निषाद पिता विनोद निषाद 23 वर्ष निवासी बंबावन देवरिया थाना गड्डी केराकत जौनपुर को सतना बुलाया था।
आरोपितों पर पहले से हैं अपराधिक मामले
उत्तर प्रदेश में अभिषेक निषाद के खिलाफ 5,सुभाष यादव के खिलाफ 13 और जेडी के खिलाफ 6 मामले दर्ज हैं। जेडी पर सतना में भी हत्या - लूट के 2 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। इसके अलावा दीपनारायण उर्फ दीपक पांडेय पर 4,गौरव बरगाही पर 3,दीपक पटेल पर 9,मनीष बरगाही पर 2 और राहुल जायसवाल पर 6 मुकदमे सतना जिले के थानों में दर्ज हैं।
जिलेदार नामक अपराधी ने रची थी साजिश
मुनीम की हत्या कर नकदी लूटने की इस वारदात की साजिश उत्तर प्रदेश के शातिर बदमाश जिलेदार सिंह उर्फ जेडी ने बनाई थी। उसने वर्ष 2014 में सतना के अमदरा में हत्या और लूट तथा नादन में बैंक डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। उस मामले में वह सतना जेल में बंद था जहां उसकी मुलाकात दीपक पटेल से हुई थी। दीपक के साथ जेल में ही उसने बाहर निकलने के बाद बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी। जेडी ने दीपक से संपर्क किया और उसके ढाबे में कई दिनों तक रुका रहा। दीपक ने लोकल सपोर्ट के लिए लोगों का इंतजाम किया। जेडी ने 5 साथी यूपी से बुलाये जिनमें से 2 ट्रेन से आए जबकि 3 सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार क्रमांक नंबर यूपी 14 सीसी 7730 से सोहागी पहाड़ और रीवा के रास्ते सतना पहुंचे। इन सभी को राहुल जायसवाल के घर पर ठहराया गया था।
रेकी व दो बाइक की लूट
बदमाशों ने 2 और 3 मार्च को शराब कंपनी की कैश वैन की रेकी की और 4 और 5 मार्च को अमरपाटन तथा कोटर क्षेत्र में कट्टे की नोक पर दो बाइकें लूटीं। इन दोनों बाइकों का इस्तेमाल वारदात में किया गया जो बाद में रैगांव के सिंहपुर और सोनौर कोठी मोड में लावारिस पड़ी मिलीं। वारदात के बाद आरोपितों ने उत्तर प्रदेश से आई स्विफ्ट डिजायर कार से चित्रकूट, बरगढ़ और प्रयागराज होते हुए केराकत जौनपुर भाग गए पुलिस ने बताया कि आनंद सागर ने लोटस सिटी के पास बाइपास पर खड़े रहकर कैश वैन की लोकेशन सुभाष यादव को फोन पर दी थी और फिर वहीं से वह उस जगह के लिए बढ़ गया था जहां जेडी और अन्य शूटर वारदात के बाद पहुंचने वाले थे।
यूपी के शूटर्स ने मारी थी गोली
सेंट्रल बैंक के सामने शराब कंपनी के मुनीम संजय सिंह को गोली मारने वाले पांचों आरोपित उप्र के थे। जेडी ने पगड़ी बांध कर अपने लंबे बाल और दाढ़ी को छिपा रखा था वह पल्सर मोटरसाइकिल में 2 अन्य लोगों के साथ बीच मे बैठा था जबकि उसके दो साथी अन्य मोटरसाइकिल पर थे।
सीसीटीवी फुटेज से मिली सफलता
एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि वारदात के बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाना शुरू हुए तो 2 और 3 मार्च को कैश वैन के साथ चलती स्विफ्ट डिजायर नजर आई। पतासाजी हुई तो पता चला कि कार रैगांव में मनीष सिंह के यहां देखी गई है। उधर बैंक और आसपास के फुटेज के आधार पर आरोपितों के स्केच बनवाए गए थे। पुलिस मनीष सिंह तक पहुंची तो कड़ियां जुड़ती गईं। एसपी ने बताया कि जेडी समेत 6 आरोपितों की धरपकड़ के लिए सतना पुलिस की एक टीम जौनपुर में डेरा डाले हुए है। जौनपुर पुलिस के सहयोग से उनकी तलाश की जा रही है। एसपी ने दावा किया कि जल्दी ही अन्य फरार आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
इनकी रही अहम भूमिका
सतना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती रही इस घटना के खुलासे में सीएसपी महेंद्र सिंह,टीआई अनिमेष द्विवेदी, टीआई अर्चना द्विवेदी, सुदीप सोनी, साइबर सेल रीवा के वीरेंद्र पटेल, सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह, दीपेश, उपेंद्र राजपूत, कोतवाली प्रभारी आरपी त्रिपाठी, रामपुर थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी, आशीष धुर्वे,शैलेन्द्र पटेल,राशिद परवेज, एएसआई सोनल झा, वीरेंद्र सिंह एवं कृष्णा यादव इंदौर को एडीजी ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।