कथा के दूसरे दिन की कथा में बताया श्रीमद्भागवत का महत्व
ललितपुर। श्रीदुर्गा मन्दिर ग्राम तेरा में श्रीमदभागवत कथा के तीसरे दिन श्रीमद्भागवत कथा का महत्व विस्तार से बताया गया। मुख्य यजमान परीक्षत देवेंद्र सिंह लम्बरदार (शैतान राजा) ने विधिवत कथा का पूजन आरती कर शुभारम्भ कराया। कथा व्यास ने श्रीमद्भागवत कथा का महत्व बताया। उन्होंने कहा की भागवत कथा सुनने से मनुष्य भवसागर से कृतार्थ हो जाता। भवसागर से पार होने हेतु सभी को कथा का रसपान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक दिन यह हमारा शरीर पंचत्व में मिल जाएगा।इस लिए सभी हरि का भजन करके भवसागर से पार हो जाते है। सभी प्रेम से भगवत कथा का रसपान करे। उन्होंने कहा कि 29 अगस्त से 4 सितंबर तक होने वाली कथा में सभी क्षेत्रवासी अधिक से अधिक संख्या में रसपान करे। कथा को सफल बनाने में प्रमुख रूप से कथा परीक्षत देवेंद्र सिंह लम्बरदार कृपाल सिंह, भान सिंह, रघुवीर सिंह, प्रहलाद सिंह, भगवत सिंह बैस, हनुमत सिंह, उत्तम सिंह, खलक सिंह, पहलवान सिंह, राकेश सिंह, केशपाल सिंह, राम सिंह, लोकपाल सिंह, सुखपाल सिंह, इंद्रपाल सिंह, शिवम राजा, श्रीपत हरिकिशन यादव, परमाल सिंह, जमना नामदेव, शिमले माते, बलु माते, नंन्दू माते, अजुद्दी विश्वकर्मा, श्रीपत, अभिषेक सिंह, पंकज सिंह, शिवम राजा, बब्बू राजा, बृजेन्द्र सिंह, गोरेलाल, सुदीप राजा, राकेश कुशवाहा, परसु, तुलाई, मरदु, रामस्वरूप, तुलसी, जयराम बरार आदि सभी ग्रामवासियों एवम क्षेत्रीय जनता का सहयोग मिल रहा है।