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मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला में मनचाही पैथी से इलाज की सुविधा

Monday, August 29, 2022

/ by Today Warta



जिले में विभिन्न बीमारियों से ग्रसित 14894 मरीज हो चुके लाभान्वित

आरोग्य मेले में त्वचा, श्वास एवं पेट के रोगी की संख्या अधिक 

ललितपुर।  मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में लोगों में मेला के प्रति दिलचस्पी बनी हुई है। आंकड़ों पर गौर करें तो मेला में जून से अब तक 14894 मरीजों ने उपचार कराया है। इनमें सबसे ज्यादा 2927 त्वचा रोगी थे। इसके बाद पेट व श्वास संबंधी मरीजों की संख्या एक हजार से अधिक है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.जे.एस.बक्शी ने बताया कि स्वास्थ्य मेले का अधिकाधिक लोगों को दिलाने की कोशिश है। मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला का मकसद मरीजों को अलग अलग बीमारी का इलाज कराने के लिए इधर उधर न भटकने पड़े। उन्हें उपचार की सुविधा एक ही स्थल पर मिल जाए। इसे ध्यान में रखकर ग्रामीण एवं शहर के स्वास्थ्य केंद्रों पर हर रविवार को इसका आयोजन किया जाता है। मेले की खासियत यह है कि एलोपैथी के साथ आयुर्वेद एवं होम्योपैथी चिकित्सा व जांच की सुविधा भी यहां उपलब्ध रहती है। इस कारण मेला का आकर्षण लोगों के बीच बना रहता है। जिला नोडल अधिकारी डॉ राजेश भारती ने बताया कि जिले में 23 नए स्वास्थ्य केंद्र एवं नगर के दो स्वास्थ्य केंद्रों पर हर रविवार को स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाता है। मेला का लाभ अधिक से अधिक लोग पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। मेला में गोल्डन कार्ड बनवाने, गर्भावस्था व प्रसवकालीन परामर्श, परिवार नियोजन संबंधी साधन एवं परामर्श, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम, टीबी, मलेरिया, डेंगू , कुष्ठ रोग की जानकारी, जांच एवं उपचार निशुल्क प्रदान किया जाता है।राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय आजादपुरा की प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ विनीता भारती ने बताया कि कोरोना महामारी में आयुर्वेद के बेहतर परिणाम आए,इससे लोगों में  आयुर्वेद चिकित्सा के प्रति विश्वास बढ़ा है। कई मरीज ऐसे हैं,जो मेला में उपचार कराते हैं, इसके बाद यदि उन्हें दुबारा दिखानी की जरूरत पड़ती है तो वह आजादपुरा स्थित अस्पताल पहुंच जाते हैं। मेला में दाद, खाज, खुजली,पेट व डायबिटीज एवम मौसमी बीमारी का इलाज कराने को लोग आते हैं। मोहल्ला गोविंदनगर निवासी मन्नूलाल ने बताया कि इस समय मौसमी बीमारी फैल रही है। मुझे भी सर्दी,जुकाम व बुखार हो गया है। इसका इलाज कराने आए हैं, यहां उपचार में एक किट दी गई है। किट में आयुष क्वाथ, शमसमनी टेबलेट, अणुतेल, च्यवनप्राश मौजूद है। जहां च्यवनप्राश शरीर को ताकत देगा, वहीं, किट की अन्य दवाए बीमारी से छुटकारा दिलाएंगी। मोहल्ला गोविंदनगर  निवासिनी रामसखी साहू का कहना है कि मेला निर्धन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है। अभी निजी क्लीनिक में इलाज कराने के लिए जाओ तो कम से कम 500 रूपये चाहिए तब इलाज मिल पाता है। वहीं, मेला में दवा से लेकर जांचे मुफ्त में हो जाती है। हम तो जब-जब बीमार हुए तब -तब मेला में इलाज कराने के लिए आए।

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