कटनी। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने समीक्षा बैठक में कहा है कि जिन निजी अस्पतालों के फायर आडिट नहीं होने की स्थिति में मरीजों की भर्ती में रोक लगाई गई थी, उनकी जांच एसडीएम करें। रोक के बाद भी मरीज भर्ती किए जा रहे हैं तो नर्सिंग होम संचालकों पर कड़ी कार्रवाई करें।
कलेक्टर ने सीएम हाउस के प्रकरणों में काम नहीं करने वाले विभागों को नोटिस जारी करने और सीएम हेल्पलाइन के मामलों सभी विभागों को ग्रेडिंग सुधारने करने के लिए कहा।
17 सितंबर से प्रारंभ हो रहे मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान की तैयारी व सर्वे कार्य की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जिस कम्युनिटी को लाभ दिलाना है, उनपर सभी विभाग फोकस करते हुए योजनाओं का लाभ दिलाएं। सर्वे दलों के कार्य पर सभी एसडीएम और ब्लाक स्तरीय टीम को नजर रखने और उससे पहले एसडीएम व जनपद पंचायत सीईओ को सभी विभागों की योजनाओं की जानकारी देने प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने अभियान के लिए विभागवार योजनाओं के लक्ष्य की समीक्षा की।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के संबंध में जानकारी ली। साथ ही बड़वारा में झोलाछाप डॉक्टर द्वारा बिना पंजीयन आदि के क्लीनिक संचालित होने की कार्रवाई को लेकर सभी एसडीएम को बीएमओ के साथ मिलकर अपने-अपने क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा आयुष्मान कार्ड अधिक से अधिक बनाने और उसकी उपयोगिता की जानकारी लोगों को देने के लिए कहा। बैठक में जिला पंचायत सीईओ जगदीश चंद्र गोमे, अपर कलेक्टर रोमानुस टोप्पो, संयुक्त कलेक्टर साधना परस्ते सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।