नई दिल्ली। बीजेपी के मंत्रियों को लेकर पार्टी सख्त रुख अपनाएगी. पार्टी की मंथन बैठक में पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा और मुख्य रणनीतिकार अमित शाह ने इसको लेकर कड़ी चेतावनी दी। जिन मंत्रियों ने उन्हें दिए गए संसदीय क्षेत्रों का दौरा करके हालात का जायजा नहीं लिया है उन्हें शाह ने चेता दिया है। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने मंत्रियों से कहा कि, हम यहां संगठन की वजह से हैं। सरकार संगठन की वजह से है। संगठन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। सूत्रों ने बताया कि शाह ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे लोकप्रिय हैं। पीएम मोदी के नाम पर कोई भी जीत सकता है, लेकिन अगर जमीन पर कोई संगठन नहीं है, तो हम इसका फायदा नहीं उठा पाएंगे। बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 350 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है और चुनाव से 20 महीने पहले इसकी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। सूत्रों ने कहा कि पार्टी विशेष रूप से उन 144 चुनाव क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां वह 2019 में काफी कम अंतर से हार गई थी। पार्टी की योजना उन 144 सीटों में से कम से कम 70 से अधिक सीटें जीतने की है। सूत्रों के अनुसार अमित शाह कहा कि, "हमें पिछली बार 2019 की तुलना में अधिक सीटें जीतनी हैं। , हमने तब 2014 में हारी हुई सीटों में से 30 प्रतिशत सीटें जीती थीं।, हमें 2019 में जिन सीटों पर हार मिली उनमें से 50 प्रतिशत सीटें जीतनी हैं। बीजेपी ने 2019 में 543 लोकसभा सीटों में से 303 पर जीत हासिल की थी। दशकों बाद पहली बार किसी पार्टी को अपने दम पर बहुमत मिला था। विपक्ष ने 100 से ज्यादा सीटें जीती थीं, जिनमें से कांग्रेस को सबसे ज्यादा 53 सीटें मिली थीं।उक्त 144 निर्वाचन क्षेत्र मंत्रियों के बीच बांटे गए हैं, जिनमें नियमित रूप से जाने और विस्तृत जानकारी एकत्र करने के लिए कहा गया था।मंत्रियों को केंद्र और राज्य की ओर से लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं का फायदा लेने वाले लोगों की संख्या का पता लगाने के लिए कहा गया था। सूचना सरल नाम के वेब पोर्टल पर अपलोड की जानी थी। सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों से नियमित रूप से निर्धारित निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करने को कहा गया है। उन्हें सरकार और पार्टी के काम के बीच अपना समय बांटने के लिए भी कहा गया था।सूत्रों ने शाह के हवाले से कहा, संगठन का मजबूत आधार और पीएम मोदी का करिश्मा 2024 के लिए जीत का फॉमूर्ला होगा।