सिंगरौली। सिंगरौली जिले से सटी उत्तर प्रदेश की सीमा लगती है. अभी हाल ही में कुछ दिनों पहले एनसीएल में अवैध डीजल के कारोबार पर वाराणसी की एसटीएफ टीम ने शक्तिनगर थाना अंतर्गत छापामार कार्यवाही करते हुये 17 हजार लीटर डीजल के साथ आठ लाख रुपये नकद बरामद किए थे. इसके अलावा करीब आधा दर्जन कारोबारियों को गिरफ्तार भी किया था. यह मामला अब एक नया मोड़ ले चुका है.
डीजल चोरी के खेल में शामिल हैं कई अधिकारी और कर्मचारीः एनसीएल में लंबे समय से चल रहा डीजल की चोरी का खेल. डीजल चोरी के इस खेल में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सम्मिलित एक व्यक्ति को एसटीएफ टीम के द्वारा चिन्हित किया जा रहा है. एसटीएफ को जानकारी मिली हैं कि इस खेल में एमपी के सीधी, सिंगरौली जिले के साथ एनसीएल के कई अधिकारी,कर्मचारी भी सम्मलित हैं. मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही उनपर भी गाज गिरने वाली है. जिसमें वह मास्टर माइंड एनसीएल का बाबू भी सम्मलित हैं. एसटीएफ टीम व पुलिस की बड़ी कार्रवाई के बाद आरोपियों पर अब गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई करने की तैयारी शुरू हो गई है. एसटीएफ व पुलिस की एफआईआर में संगठित गिरोह का कई बार उल्लेख किया गया है. इससे यह माना जा रहा है कि गिरोहबंद के तहत कार्रवाई पर अमल हुआ तो इससे जुड़े अवैध कार्यों में लिप्त आरोपियों की कमर टूटेगी। इसके साथ ही अनाधिकृत रूप से हासिल की हुई अकूत संपत्ति भी कुर्क कर ली जायेगी.
आईबी भी आ चुकी है इस मामले मेंः इस बीच तेल कारोबार व एनसीएल की आपूर्ति व्यवस्था की जमीनी हकीकत परखने के लिए इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) की भी इंट्री हो चुकी हैं. आईबी अफसर ने एनसीएल दुद्धीचुआ के महाप्रबंधक से मिलकर कई तथ्यों की जानकारी हासिल की है. इससे संबंधित लोगों के पसीने छूट रहे हैं. तेल के इस खेल में आरोपियों द्वारा की गई करतूतों को भी एसटीएफ ने उजागर किया. इसके बाद पुलिस ने टीएफएम ठेकेदार सहित चार को उठा भी लिया है. अब आईबी संग स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू), स्पेशल इंटेलीजेंस यूनिट, स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) की नजरें बनी हुई हैं. जांच एजेंसियों के रडार पर कारोबारी व इससे जुड़े वह तमाम चेहरे हैं, जिनके नाम शुरुआत में हुई पूछताछ में आरोपियों ने उजागर किया था.
पे्ट्रोलियम और कोयला मंत्रालय तक हो चुकी है शिकायतः एनसीएल में चल रहे तेल कारोबार पर एविडेंस (एनजीओ) ने इस साल के जनवरी माह में सवाल खड़ा किया था. उसने बताया था कि एनसीएल की डीजल आपूर्ति में बड़ा घोटाला किया जा रहा है. इसकी शिकायत कोयला व पेट्रोलियम मंत्रालय तक पहुंची लेकिन तब किसी एजेंसी ने कार्रवाई व जांच नहीं की थी. एविडेंस के जनरल सेक्रेटरी कुमार शिवम ने हालिया कार्रवाई को देर से मगर दुरुस्त बताया. उनका कहना था कि तेल बरामदगी के बाद एनसीएल में मौजूद तेल भंडारण टैंकों की जांच हो जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाये।