सीएचओ की देखरेख में आशा कार्यकर्ता कर रहीं घर-घर सर्वे
ललितपुर। पूरे सितंबर माह चलने वाले विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रही हैं। इसके तहत अब तक सात मरीजों में टीबी की पुष्टि हुई है,जिनका उपचार शुरू कर दिया गया है। अभियान के अंतर्गत 71 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) पर तैनात कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) की देखरेख में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा टीबी के संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग का जिम्मा उठाया जा रहा है। इस दौरान 395767 जनसंख्या की स्क्रीनिंग का लक्ष्य तय किया गया है। इसके सापेक्ष अब तक 51425 लोगों की स्क्रीनिंग की गईजिसमे से 512 लोगों के लक्षण टीबी से मिलते जुलते पाए गए। इसके पश्चात संभावित की बलगम जांच की गई। इनमें से सात में टीबी की पुष्टि होने के बाद इलाज शुरू कर दिया गया है। सीएमओ डॉ जे एस बक्शी ने बताया कि जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर व जिला मुख्यालय स्थित टीबी अस्पताल में जांच से लेकर इलाज तक की व्यवस्था नि:शुल्क है। यदि किसी को दो सप्ताह से ज्यादा समय से खांसी आ रही है और बुखार रहता है तथा वजन कम हो रहा है तो टीबी की जांच जरूर कराएं। जांच कराकर खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। टीबी के इलाज के दौरान सही पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत हर माह 500 रूपए भी दिए जाते हैं। जिला कार्यक्रम समन्वयक शिवराम पटेल ने बताया कि जिले में आयुष्मान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सीएचओ को सीएमओ द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि अगर उनके यहां कोई संभावित टीबी का मरीज आता है तो उसका नाम व पता दर्ज करने के साथ ही उसे नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला क्षय रोग अस्पताल में भेजें। जांच में अगर मरीज पाजिटिव पाया जाता है तो उसका पंजीकरण कर नियमित इलाज कराया जाएगा। शासन द्वारा वर्ष 2025 तक देश से टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गयाहै। इस कार्य में समाजसेवी,सामाजिक संस्थाओ व निजी चिकित्सको का सहयोग लिया जा रहा है।
यह हैं लक्षण
14 दिनों से अधिक बुखार आए या खांसी आए या फिर दोनों की शिकायत हो, सीने में दर्द हो रहा हो, अगर खाँसी के साथ मुंह से खून आने लगे, भूख कम लगे, तेजी से वजन घटे, बच्चों का वजन न बढ़े।