कानपुर, मायरा फाउंडेशन के तत्वाधान में रेल बाजार चौराहे पर भगत सिंह की ११५वी जयंती मनाई गई। कार्यक्रम संयोजक राकेश मिश्रा आयुष सिंह ने उनके महान व्यक्तित्व प्रकाश डाला और आवाहन किया कि अब हमें शिक्षा माफियाओं से आजादी चाहिए तो हमें क्रांति का बिगुल बजाना पड़ेगा उन्होंने कहा जिस प्रकार से भगत सिंह ने कहा था की क्रांति जनता का आहरणीय अधिकार है। कार्यक्रम में उपस्थित शबाब हुसैन ने भगत सिंह के विचारों से सहमत होते हुए बताया कि भगत सिंह ने कहा था मुझे तो मार सकते हैं लेकिन मेरे विचारों को नहीं। सभी लोगों ने मिलकर जोरदार नारे लगाए पहले लड़े थे गोरों से अब लड़ेंगे चोरों से। करो धमाका बढ़ो जवान, तभी सुनेंगे बहरे कान।