नई दिल्ली। गर्मी का मौसम आपको बेहाल जरूर बना देता है, लेकिन साथ ही इस मौसम में आपके शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए कई फल इस मौसम में आते हैं। फलों का राजा आम, तरबूज, खरबूज, जामुन, अनार और कीवी। इन सभी फलों के अपने फायदे होते हैं, इसलिए गर्मियों में इन्हें जरूर खाना चाहिए। साथ ही इन फलों के फायदे और नुकसान के बारे में भी जानना चाहिए। आज हम इन्हीं में से एक फल कीवी की बात करेंगे। खट्टा-मीठा फल कीवी सभी को पसंद आता है। इसे कई तरह से इस्तेमाल भी किया जा सकता है, लेकिन इसका सेवन करने से पहले इसके बारे में जानना भी जरूरी है। कीवी कई तरह से शरीर को लाभ पहुंचाने वाला फल है। कीवी का गूदा मीठा और खट्टा होता है, जो इसे अन्य फलों से बिल्कुल अलग बनाता है। कीवी में विटिमिन-सी, के, ई, फोलेट और पोटैशियम मौजूद होता है। इसके अलावा फल में काफी मात्रा में एंटीआॅक्सीडेंट्स भी होता हैं। साथ ही यह फाइबर का भी एक अच्छा स्रोत है।
कीवी खाने के फायदे क्या है?
1. कीवी में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर में वसा की मात्रा को बढ़ने नहीं देता है। इसकी मदद से शरीर का वजन नहीं बढ़ता। जो लोग बढ़ते वजन से परेशान हैं, उनको कीवी रोजाना खानी चाहिए।
2. कीवी में भरपूर मात्रा में मौजूद एंटीआॅक्सीडेंट शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने में मदद करते हैं। जिसकी वजह से शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है और आप आसानी से बीमार नहीं पड़ते हैं।
3. कीवी प्राकृतिक एंजाइम से भरपूर होती है, जो अच्छी नींद के लिए सहायक होते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटीआॅक्सीडेंट्स नींद नहीं आने की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें सेरोटोनिन की भी अच्छी मात्रा होती है। इसलिए अगर आप नींद न आने की समस्या से जूझते हैं, तो कीवी जरूर खाएं।
4. कीवी में कई तरह के विटामिन और एंटीआॅक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। ब्लड प्रेशर के मरीजों को इसे जरूर खाना चाहिए।
5. रोजाना अगर किवी का सेवन किया जाए, तो यह आंखो की रौशनी बढ़ाने के साथ इनकी सेहत के लिए अच्छा होता है।
कीवी के नुकसान क्या हैं
1. कीवी को खाने के फायदे कई हैं, लेकिन इसे ज्यादा खा लेने से त्वचा से जुड़ी समस्याएं शुरू हो सकती हैं।
2. जरूरत से ज्यादा कीवी खा लेने से मुंह में जलन की दिक्कत शुरू हो सकती है।
3. कई लोगों को कीवी से एलर्जी भी होती है, इसे खाने से गले में खुजली, जीभ में सूजन, निगलने में परेशानी, मतली आदि जैसी पेरशानी हो सकती है।