राकेश केसरी
विकास विभाग, पंचायत व स्वास्थ्य आदि से जुड़े मामलों की बैठक में शामिल होंगे ग्राउंड जीरो पर काम करने वाले कर्मचारी
कौशाम्बी। जनपद में विकास कार्यों का संचालन तेजी से हो रहा है। विकास के जिस पैमाने पर काम हो रहा है। डीएम उससे संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे में अब डीएम सुजीत कुमार ने ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट लेना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपनी बैठकों में गांव में काम करने वाले सफाई कर्मचारी, सचिव, आशा, एएनएम आदि को बैठकों में बुलाने की योजना बनाई है। जिले में विकास की योजना भले ही सरकारी कार्यालयों में तैयार होती है, लेकिन उनको धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी ग्रामीण स्तर पर काम करने वाले कर्मचारियों की होती है। यह अधिकारियों से मिले निर्देश का धरातल में पालन कराते हैं और उनसे मिली जानकारी को अधिकारी अफसरों को देकर विकास की जानकारी जिले से लेकर शासन तक पहुंचाते हैं। अब तक चल रही इस प्रक्रिया से डीएम संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे में उन्होंने अब बैठक की रूपरेखा में परिवर्तन किया है। अब से विकास कार्यों की बैठक में योजनाओं को धरातल में अमली जामा पहनाने वाले कर्मचारी ही प्रस्तुत करेंगे। उनको ही इस बात की जानकारी देना होगा कि कार्य कहां तक पहुंचा। गुणवत्ता आदि को लेकर होने वाले सवाल उनसे पूछे जाएंगे। इसके लिए डीएम ने पूरी तैयारी कर ली है। वह किसी योजना से जुड़े कर्मचारी को बैठक में बुला सकते हैं। इसके निर्देश भी सभी अधिकारियों को दिया गया है। गौरतलब हो कि विकास कार्यों के संचालन में अधिकारियों की ओर से लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर डीएम की यह पहल अंकुश लगाएगी। यदि किसी काम को कर्मचारी अंजाम दे रहे है और अधिकारी रुचि नहीं ले रहा है, तो ऐसे में अधिकारी डीएम के पास इसकी जानकारी न पहुंचे। इसके लिए सक्रिय दिखेगा। वह खुद कर्मचारियों से पहले अपडेट लेता रहेगा। जिससे विकास में तेजी आएगी। डीएम जिस कर्मचारी को अपनी बैठक में बुलाएंगे। उसके नाम के साथ उसके कार्य की जानकारी लेंगे और फिर उससे कार्य की गुणवत्ता के संबंध में पूछेंगे तो कर्मचारी उनके सामने गलत जानकारी देने की हिम्मत नहीं कर सकेंगे। वह डीएम की बैठक में शामिल होने के बाद प्रेरित होकर काम करते रहेंगे।