राकेश केसरी
कौशाम्बी। शक्तिपीठ कड़ा धाम में चल रहे शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन के अवसर पर भक्ति के कई रंग देखने को मिले,आए हुए श्रद्धालु माता शीतला की भक्ति सराबोर नजर आ रहे थे, जिसका नजारा धाम क्षेत्र की गलियों में आम रहा है। चलकर माता के दरबार पहुंच रहे थे,उनके पैर थके थे किंतु उनके चेहरे के भाव आसमान की बुलंदियां छू रहे थे, जिसके कारण उनका उत्साह कम नहीं दिखाई दे रहा है,जो माता शीतला को चढ़ावा चढ़ाने के लिए लाए थे, जिसकी सुंदर सजावट आने जाने वाले राहगीरों को आकर्षित कर रही थी, तो दूसरी ओर सैकड़ों की झुंड में झंडा निशान चढ़ाने के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालु मां की लगातार जयकारे लगा रहे थे, बैंड बाजा और ढोल ताशे की धुन पर नाचते-गाते श्रद्धालु भक्त मां की भक्ति में पूरी तरह से डूबते नजर आए जो धाम क्षेत्र में भक्ति का एक अलग रंग बिखेरते नजर आए, उनके साथ लगभग सभी उम्र के शामिल थे, गौरतलब है कि कड़ा धाम में शारदीय नवरात्रि का मेला परंपरागत रूप से सैकड़ों वर्ष से लगता चला आ रहा है,जिसमें देश प्रदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु भक्त माता शीतला के दरबार में हाजिरी लगाने सपरिवार पहुंचते हैं, श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद मां के दरबार में हाजिरी लगाने से माता प्रसन्न होकर भक्तों के समस्त कष्टों का नाश करती है तथा श्रद्धालु भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है, मुख्यता मां के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचते हैं,जहां वे श्रद्धा भाव के साथ मां के दरबार में मत्था टेकते हैं तथा परिवार की कल्याण की कामना करते हैं। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष ने बताया कि आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा की दृष्टि से मंदिर प्रबंध समिति ने पर्याप्त रूप से प्रकाश एवं सफाई की व्यवस्था कर रखी थी भक्तों की भीड़ इकट्ठा ना होने पाए इसके लिए आवश्यक प्रबंध किए गए है।
आस्था के सामने नतमस्तक हुई अव्यवस्था
करीब चार किलोमीटर की परिधि में फैला मेला क्षेत्र व्यवस्था के नाम पर सब कुछ देवी के सहारे ही बीता,प्रशासनिक उदासीनता स्पष्ट दिखाई दी,यात्रियों के लिए ना कोई अतिरिक्त वाटर टैंकर मंगाए गए न कोई चिकित्सीय व्यवस्था की सुविधा और ना ही सफाई की चाक-चैबंद व्यवस्था, नालियां चोक रही जगह-जगह पर कूड़े के ढेर लगे थे, गौरतलब हो कि पूर्व के वर्षों में जिला पंचायत द्वारा भारी संख्या में सफाई कर्मियों की नियुक्ति की जाती थी,जिस कारण धाम क्षेत्र में पर्याप्त सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित हो जाती थी,किंतु नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद स्थित बदतर हुई है, फिर भी श्रद्धालुओं के हौसले बुलंद थे लाख दुश्वारियों के बाद भी श्रद्धालु भक्ति भाव के साथ माता शीतला के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे।
गंगा घाट से लेकर माता के मंदिर तक रहा भक्तों का रेला
शक्ति उपासना के महापर्व नवरात्र के प्रथम दिन 51 शक्ति पीठ कड़ा धाम में भारी संख्या में श्रद्धालुओं का हुजूम माता शीतला के दर्शन करने के लिए पहुंचा। हालांकि सुबह 5 बजे मंगला आरती के पश्चात श्रद्धालु भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाते हैं किंतु मां के प्रति अगाध श्रद्धा के वशीभूत श्रद्धालु भक्त सुबह 4 बजे से ही मंदिर के बाहर भारी संख्या में मौजूद थे, गौरतलब है कि माता का दर्शन करने के लिए प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के अन्य स्थानों से भी भारी संख्या में माता शीतला का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु भक्त कड़ा धाम पहुंचते हैं। श्रद्धालु भक्तों की माने तो माता शीतला के दर्शन मात्र से माता रानी उनके सभी कष्टों का नाश करके उनके परिवार को आरोग्यता प्रदान करती हैं एवं सब प्रकार से उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, यही विश्वास की डोर श्रद्धालु भक्तों को सैकड़ों किलोमीटर दूर से कड़ा धाम मैं उन्हें आने के लिए प्रेरित करती है।