राकेश केसरी
मलेरियां व डेंगू की जांच के नहीं है मुकम्मल इंतजाम
कौशाम्बी। बरसात के दौरान गांवों में जल निकासी की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण तमाम बस्तियां तालाब बन चुकी है। बस्ती के लोग गंदे पानी के बीच रहने को मजबूर है। ऐसे में तमाम मच्छर जनित बीमारियों ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। गांव-गांव लोग वायरल फीवर के शिकार है। मलेरिया की जांच कराने वाले हर सौ में करीब 20 लोग पॉजिटिव आ रहे हैं। गांवों में मच्छर लार्वा मारने वाले अभियान की शुरूआत सिर्फ कागज पर संचालित की जा रही है। कौशाम्बी विकास खंड के चुन्नी का पुरवा गांव में 60 घर की बस्ती के चारों तरफ पानी भरा हु्आ है। बस्ती में रहने वाले परिवारों के बच्चे सारा दिन इसी गंदे पानी में खेलते हैं। मवेशियों के कारण गंदगी फैलती है। रात के समय मच्छर लोगों को सोने नहीं देते। गरीब परिवार धुआं आदि की व्यवस्था करके किसी तरह रात गुजार रहे हैं। कामोवेश यहीं हाल जिले के लगभल सारे गांवों के हैं। इससे निपटने के लिए स्वास्स्थ व पंचायती राज विभाग के पास फिलहाल कोई विकल्प दिखता नहीं दिख नहीं रहा है। बस्ती से जब तक पंपिंग सेट लगाकर पानी नहीं निकाला जाता तब तक वहां से जल भराव समाप्त होने वाला नहीं है। पानी भरा होने के कारण मलेरिया विभाग की तरफ से चाहे जितना भी एंटी लार्वा का छिड़काव करवा दिया जाए, उसका फिलहाल कोई फायदा मिलता नहीं दिख रहा। जबकि मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए मलेरिया विभाग असहज की स्थित में है। खुद जिला मलेरिया अधिकारी डॉ0 अनुपमा बताती है कि जिले के सभी विकास खंड के अंर्तगत आने वाले अस्पतालों को सात सौ किट जांच के लिए दिया गया है। जिला अस्पताल को दो सौ किट दी गई है। मलेरिया की जांच अब सीधा स्लाइड से नहीं की जाती। पहले किट के जरिए टेस्ट होता है। लक्षण मिलने पर ही स्लाइड टेस्टिंग कराई जाती है। यह बात सही है कि किट कम मिली है। लेकिन जरूरत होने पर जब सरकार से किट की मांग किया जाता है तो वह आसानी से उपलब्ध हो जाती है। ग्रामीण अशोक कुमार का कहना है कि गांव में कई लोगों को बुखार आ रहा है। बुखार के अलावा खांसी की समस्या रहती है। जानकारी के बाद भी स्वास्थ विभाग के लोग समस्या की तरफ ध्यान नहीं दे रहे। रास्ते में लोग रात को अपने मवेशी बांध देते हैं। इसकी वजह से सड़क पर निकलना भी दुश्वार रहता है। ग्रामीण नन्दलाल का कहना है कि गांव में सफाई कर्मी आता। इसके कारण गंदगी फैलती है। गंदगी के कारण ही लोग बीमार होते हैं। समस्या के बाबत आशा व टीकाकरण कराने वाली एएनएम दीदी से कहा जाता है तो उनका कहना होता है कि यह काम पंचायतीराज विभाग का है। जिला मलेरिया अधिकारी डा0 अनुपमा मिश्रा ने बताया कि आशा व आंगनबाड़ी के जरिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है कि वह घर के पास साफ-सफाई का ध्यान रखे। संभव हो तो पूरे शरीर को कपड़े से ढंककर रखे। जल्द ही गांवों में अभियान चलाकर दवाओं का छिड़काव कराया जाएगा।