इन्द्रपाल सिंह 'प्रिइन्द्र'
गंभीर चोटों के बाद भी महरौनी पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट
ललितपुर। हम बात कर रहे हैं महरौनी के आगे मुडय़िा परमहंस की कुटी पर निवासरत बालचंद्र कुशवाहा की जो अपने बच्चों के साथ बर्षो से अपना मकान बनाकर रह रहा है । लेकिन उसके बगल में हीरालाल कुशवाहा भी रहता है । जिसके चार लड़के तेजवीर,अर्जुन, नीलेश और निर्देश अपनी दबंगई के चलतें मुहल्ले का माहौल खराब किए हुए हैं। यह लोग आये दिन किसी न किसी से लड़ते झगड़ते रहते हैं । इनका मुहल्ले में बड़ा आतंक है। बिगत दिन 23/8/22 को बालचंद्र के लड़के को इतना मारा कि वह लहुलुहान हो गया है जिसका इलाज भोपाल की अस्पताल में चल रहा है। जो उसी दिन से मुंह तक नहीं बोल पा रहा है। वह मरणासन्न की स्थिति में है कभी भी मर सकता हैं। लेकिन पुलिस ने एनसीआर भर काटकर मामले को रफा दफा कर दिया है । अस्पताल की रिपोर्ट के बाद भी उस पर कोई गंभीर धाराएं नहीं लगायी हैं । पूरा परिवार उसी दिन से कोतवाली महरौनी के चक्कर लगा रहा है और पुलिस दुत्कार कर भगा देती हैं। पीड़ित परिवार बहुत गरीब हैं अस्पताल में भर्ती होने के चक्कर में उसके यहां खाने के भी लाले पड़ गए हैं। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक ललितपुर से लेकर डीजीपी तक न्याय की गुहार लगाई है लेकिन अब तक कोई भी सुनवाई नहीं हुई है। विपक्षियों के हौसले बुलंद हैं पीड़ित परिवार का वहां रहना मुश्किल हो गया है। पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक से मांग करता हैं कि उसे न्याय मिलें व गंभीर उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करें।