राकेश केसरी
कौशाम्बी। सिराथू नगर के हर कोने में पैथोलॉजी लैब खुल गईं हैं। न तो इनके रजिस्ट्रेशन हैं और न ही इनके द्वारा किए गए चेकअप की कोई गारंटी है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। रविवार को कस्बा निवासी संन्तोष ने एक पैथोलॉजी लैब पर ब्लड की जांच कराई थी। उससे अच्छे खासे रुपये भी लिए गए और उसे स्पष्ट जांच भी करके नहीं दी गई। संन्तोष ने सोमवार को मुख्यालय मंझनपुर आकर सरकारी अस्पताल में जांच कराई तो उसकी जांच प्राइवेट लैब की जांच से बिल्कुल विपरीत निकली। गनीमत रही कि संन्तोष ने समय पर सही जगह जांच करा ली। नहीं तो उसका इलाज प्राइवेट लैब की जांच रिपोर्ट के आधार पर चलता रहता। इससे उसकी हालत और ज्यादा बिगड़ जाती। बताते हैं कि सिराथू कस्बे में ऐसी पैथोलॉजी लैब एक नहीं बल्कि आधा दर्जन पैथोलॉजी लैब हैं। इनमें किसी का भी रजिस्ट्रेशन नहीं है। सभी फर्जी तौर पर चल रहीं हैं। इस समय वैसे भी क्षेत्र में बुखार का प्रकोप है। इससे पैथोलॉजी लैबों के बारे न्यारे हैं। खासबात यह है कि जो भी पैथोलॉजी लैब खुली हुई हैं। इन पर नवयुवक जांच कर रहे हैं। उनके पास जांच करने की कोई खास मशीनें भी नहीं हैं। फिर भी फर्जी लैब खुली हुई हैं। इस संबध में सीएमओ का कहना है कि कस्बे में फर्जी लैब खुली हुई हैं, इसकी मुझे जानकारी नहीं थी। इसकी मैं जांच कराता हूं। जो भी फर्जी लैब पाई जाएगी, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।