श्योपुर। शिक्षा विभाग के जरूरी आदेश और अन्य शिक्षा विभाग से जुड़ी सूचना आदान-प्रदान करने के लिए कर्मचारियों द्वारा ग्रुप बनाया गया था. इस व्हाट्सएप ग्रुप में शासकीय विद्यालय गोहटा में पदस्थ गुरु जी ने संकुल केंद्र के व्हाट्सएप ग्रुप में अश्लील तस्वीर डाल दी. इस वजह से ग्रुप से जुड़ी शिक्षिका ग्रुप को लेफ्ट कर दिया, तो वहीं कई शिक्षक भी ग्रुप में डाली गई अश्लील पोस्ट से नाराज हो गए.
कारण बताओ नोटिस जारी: ग्रुप में महिला अधिकारी के साथ अन्य महिलाएं भी शामिल थी, ग्रुप में जैसे ही अश्लील वीडियो फोटो डाले गए तो ग्रुप के अधिकांश सदस्य लेफ्ट हो गए. मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी एमएल गर्ग ने इसे निंदनीय कृत्य बताते हुए तत्काल प्रभाव से गुरु जी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही व्हाट्सएप या ईमेल के जरिए तत्काल जवाब पेश करने का आदेश भी दिया है, फिलहाल अब गुरुजी ने भी अपना जवाब पेश कर दिया है.
शिक्षक ने पत्र लिखकर दी सफाई: गुरुजी ने भी पत्र में अपना जवाब दे दिया है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि, "जिस वक्त ये तस्वीरें और वीडियों भेजे गए उस समय मोबाइल मेरे पास नहीं था, मोबाइल खटिया पर रखा था. श्रीमान जी मेरे द्वारा इस तरीके की कोई तस्वीर नहीं भेजी गई है".बता दें कि अब शिक्षा विभाग के ग्रुप में पोर्न वीडियो डालने वाले शिक्षक का कारनामा बेहद शर्मनाक और घटिया माना जा रहा है.