देश

national

चयनित शिक्षकों की मेरिट सूची में हो रही नामों की पुनरावृत्ति, अभ्‍यर्थियों में बढ़ा असमंजस

Friday, October 21, 2022

/ by Today Warta



भोपाल। प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 के पात्र अभ्यर्थियों की द्वितीय काउंसलिंग चल रही है। इसमें स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। लेकिन मेरिट के हिसाब से उम्मीदवारों के नामों की दोनों विभागों की चयन सूची में पुनरावृत्‍ति हो रही है। इससे अभ्यर्थियों को डर सता रहा है कि फिर से दोनों विभागों द्वारा जो चयन सूची जारी होगी, उसमें मेरिट वाले अभ्यर्थियों के नामों की पुनरावृत्ति होगी। ऐसे में शिक्षक पात्रता परीक्षा के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को भी लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की है कि प्रथम चरण के शेष उच्च माध्यमिक शिक्षक के 6530 और माध्यमिक के दो हजार और ईडब्ल्यूएस संवर्ग के उच्च माध्यमिक शिक्षक के शेष 1039 पद के शीघ्र चयन सूची जारी करें। साथ ही चयन सूचियों में नामों की पुनरावृत्ति ना हो। पात्र अभ्यर्थियों का कहना है कि दोनों विभाग संयुक्त काउंसलिंग करा रहे हैं। ऐसे में जनजातीय कार्य विभाग में नियुक्ति ले चुके अथ्यर्थियों को इस भर्ती में शामिल नहीं किया जाए। ऐसा नहीं होगा तो जो इन स्कूलों में ज्वाइन कर चुके होंगे, वे मेरिट के आधार पर स्कूल शिक्षा विभाग के स्कूल में आ जाएंगे।

अभ्यर्थियों ने पद वृद्धि की मांग की

चयनित अभ्‍यर्थियों ने मांग की है कि माध्यमिक शिक्षक भर्ती के प्रथम चरण के उपेक्षित विषयों प्रमुख रूप से विज्ञान, सामाजिक विज्ञान एवं मातृभाषा हिंदी के रिक्त पदों में वृद्धि की जाए। उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती में हिंदी, संस्कृत, कृषि, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान एवं भूगोल आदि के रिक्त पदों में वृद्धि की जाए। शिक्षक भर्ती को 2018-19 की शैक्षणिक योग्यता के अनुसार ही पूरा किया जाए। इसमें दिव्यांग वर्ग को शामिल किया जाए। पात्र अभ्यर्थियों ने कहा कि शिक्षक भर्ती 2018 से चल रही है आज तक पूरी नहीं हुई है। अभी भी प्रथम चरण के हजारों पद रिक्त हैं। उन पर नियुक्ति पत्र जारी करते हुए शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की जाए।

Don't Miss
© all rights reserved
Managed by 'Todat Warta'