नई दिल्ली। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के विशेष अभियान में जब्त की गई करीब 40,000 किलोग्राम ड्रग्स शनिवार (08 अक्टूबर, 2022) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में पूर्वोत्तर राज्यों में नष्ट कर दी गई। शाह इस समय असम में हैं। उन्होंने गुवाहाटी में वर्चुअली ड्रग्स के विनाश पर नजर बनाए रखी। गृह मंत्री के ट्वीट के अनुसार, असम में लगभग 11,000 किलोग्राम, अरुणाचल प्रदेश में 8,000 किलोग्राम, मेघालय में 4,000 किलोग्राम, नागालैंड में 1,600 किलोग्राम, मणिपुर में 398 किलोग्राम, मिजोरम में 1,900 किलोग्राम, त्रिपुरा में 1,500 किलोग्राम और त्रिपुरा में 12,000 किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट कर दिया गया। इस पर गृह मंत्री ने खुशी जताई है। इस अवसर पर बोलते हुए, अमित शाह ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाकर राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ह्लआजादी के अमृत महोत्सव में गृह मंत्रालय ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के तत्वावधान में 75,000 किलोग्राम नशीली दवाओं को नष्ट करने का निर्णय लिया था। मुझे खुशी है कि 75,000 किलोग्राम के बजाय, 1,50,000 किलोग्राम नशीली दवाओं को नष्ट कर दिया गया। यह एक बड़ी उपलब्धि है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, एनसीबी 1 जून से एक विशेष मिशन चला रहा है। इस मिशन के तहत समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने के लिए जब्त की गई दवाओं को नष्ट किया जा रहा है। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर ठउइ ने 75 दिनों का एक विशेष अभियान चलाने का फैसला किया था। इसमें ठउइ की सभी क्षेत्रीय इकाइयों द्वारा 75,000 किलो ड्रग्स को नष्ट करने का निर्णय लिया गया था। हालांकि, एनसीबी ने सिर्फ 60 दिनों के अंदर ही अपना लक्ष्य हासिल कर लिया और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ाई को लेकर राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। एक रिपोर्ट के मुताबिक, तकरीबन 82,000 किलोग्राम जब्त की गई ड्रग्स को 30 जुलाई तक नष्ट कर दिया गया था। इस साल 30 जुलाई को चंडीगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान, शाह ने अभियान के तहत बटन दबाकर एनसीबी की विभिन्न इकाइयों द्वारा 31,000 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की थी। एनसीबी ने इस साल 1 जून से 10 अक्टूबर तक लगभग 1,09,000 किलोग्राम जब्त नशीला पदार्थ नष्ट कर दिया है।