भोपाल (राज्य ब्यूरो)।विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने दिवंगत नेताओं ( फूलचंद वर्मा, मनोज सिंह मंडावी, भगवत प्रसाद गुरु, मुलायम सिंह यादव, आर मुथैया, माणिकराव होडल्या गावित, वेंकट कृष्णमराजु उप्पलपति और वाय के अलघ )को श्रद्धांजलि दी है। निधन उल्लेख के बाद सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित की गई। विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सदन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा 13 दिन मध्य प्रदेश में रही और इस दौरान कानून व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाएं जो हुई, उसके लिए हम उन्हें धन्यवाद देते हैं। पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र के लिए सदस्यों ने 1,632 प्रश्न पूछे हैं। इसके अलावा 16 अशासकीय संकल्प, 211 ध्यानाकर्षण सूचना और पांच स्थगन प्रस्ताव दिए गए हैं। आनलाइन प्रश्न करने की सुविधा होने के बाद भी आधे से अधिक प्रश्न सदस्यों ने स्वयं जमा किए हैं या फिर डाक से भिजवाए हैं। 713 आनलाइन प्रश्न पूछे गए हैं। सत्र में सरकार की ओर सेे शेष वित्तीय वर्ष के लिए द्वितीय अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें अधोसंरचना विकास के साथ रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए विभागों को अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
विधान मंडल पद्धति एवं प्रक्रिया पुस्तक का होगा विमोचन
सदन की कार्यवाही होने के बाद विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह द्वारा लिखी पुस्तक विधान मंडल पद्धति एवं प्रक्रिया का विमोेचन किया जाएगा। इसमें विधानसभा की प्रक्रियाओें से जुड़े विषयोें को शामिल किया गया है। साथ ही उदाहरण भी दिए गए हैं कि किस संदर्भ में किस नियम का प्रयोग होता है इससे नियम-प्रक्रियाओं को लेकर जब भी सदन में विवाद की स्थिति बनेगी तो पुस्तक को आधार बनाया जा सकेगा।
सदन में हंगामा न हो, दोनों पक्ष के नेताओं की बात सब सुनें : गिरीश गौतम
सोमवार से प्रारंभ होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जनहित के मुद्दों पर चर्चा हो, इसके लिए सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष एक-दूसरे की बात सुनें। जब सदन के नेता बोलें तो प्रतिपक्ष उन्हें सुने और जब प्रतिपक्ष के नेता बोलें तब सत्ता पक्ष उनकी बातों को सुने। हंगामा किसी समस्या का समाधान नहीं है, इसलिए इससे बचा जाए। यह बात रविवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कही। उन्होंने कहा कि सदन चर्चा का सबसे अच्छा माध्यम है विधायक प्रश्न लगाते हैं और उन्हें उस पर चर्चा का अवसर मिलना चाहिए। पक्ष और प्रतिपक्ष के नेताओं ने भरोसा दिलाया कि वे सदन की कार्यवाही के सुचारु संचालन में सहयोग करेंगे। बैठक में सत्ता पक्ष से संसदीय कार्र्य मंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा, सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह, सज्जन सिंह वर्मा और नर्मदा प्रसाद प्रजापति, विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।