राकेश केशरी
माइक्रो प्लान बनाकर परिवार कल्याण कार्यक्रमों में प्रगति लाने के निर्देश दिए
कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार द्वारा संबंधित अधिकारियों के साथ मुख्य चिकित्साधिकारी सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को माइक्रो प्लान बनाकर प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के तहत संस्थागत प्रसव की समीक्षा के दौरान अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों के भुगतान में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति सुनिश्चित करने तथा आशाओं के भुगतान में भी प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में नियुक्त सर्जनों द्वारा की गई सर्जरी की समीक्षा करते हुए कहा कि विशेषज्ञ सर्जनों का सदुपयोग कर और प्रगति सुनिश्चित किया जाय। बैठक में बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत दिसम्बर माह में कुल 13710 लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए है तथा अब तक कुल 202770 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने गोल्डेन कार्ड बनाये जाने के कार्य में और तेजी से प्रगति लाने के निर्देश। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को सैम बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराने के निर्देश दियें। उन्होंने पी0सी0पी0एन0डी0टी0 एक्ट के तहत नियमित रूप से अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों की जॉच की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि जिन उपकेंद्रों पर प्रसव केंद्र बनाए जा सकते है, उन उपकेंद्रों पर प्रसव केंद्र अवश्य बनायी जाय। उन्होंने नियमित टीकाकरण की समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कनैली में अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के सापेक्ष प्रगति कम पाए जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को आरसीएच पोर्टल पर फीडिंग में प्रगति लाने के निर्देश देते हुए कहा कि विशेषकर आकांक्षात्मक ब्लॉक मंझनपुर एवं कौशांबी में विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य टीम स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में भेजकर नियमिति रूप से बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण ठीक प्रकार से सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि वीएचएसएनडी सेशन पर जिन ए0एन0एम0 एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा सभी आवश्यक लॉजिस्टिक नहीं ले जायी जा रही है, उन्हें चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही किया जाय। जिलाधिकारी द्वारा राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर, मातृ-मृत्यु सूचना एंव आडिट, प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान, राष्ट्रीय कुष्ठ रोग कार्यक्रम एवं क्षय रोग नियन्त्रण कार्यक्रम आदि की प्रगति की भी विस्तृत समीक्षा की गई। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुष्पेन्द्र कुमार एवं सी0एम0एस0 डॉ0 दीपक सेठ सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।