नागदा जंक्शन। मुक्तेश्वर महादेव मंदिर के समीप ईंट भट्टे में काम करने वाले तीन श्रमिक फ्लायएश (कोयले की राख) के ढेर में धंस गए। दो को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं तीसरे को चार घंटे जेसीबी, पोकलेन व क्रेन की मदद से निकाला गया। उसकी हालत गंभीर होने से जनसेवा अस्पताल में भर्ती कराया गया यहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुक्तेश्वर महादेव मंदिर के समीप ग्रेसिम उद्योग के लगे फ्लायएश के ढेर में से आसपास के ईंट भट्टा संचालक ईंट बनाने के लिए राख निकालते हैं। सोमवार को दोपहर में ईंट भट्टा संचालक भय्यू तीन मजदूर अजय पुत्र भंवरलाल गुर्जर आयु 17 वर्ष निवासी गिंदवानिया, बबलू निवासी गिदगढ़ व धर्मेंद्र निवासी उमरनी से राख के ढेर से राख निकालकर ट्राली में भरवा रहे थे। नीचे से राख निकालने से ढेर धंस गया। इसमें तीनों श्रमिक दब गए। बबलू व धर्मेंद्र के ऊपर ज्यादा राख नहीं गिरने से दोनों को कुछ देर बाद ही निकाल लिया गया। इसमें धर्मेंद्र की हालत गंभीर होने से उसे उज्जैन रैफर कर दिया। तीसरा अजय गुर्जर को निकालने के लिए पोकलेन, जेसीबी व क्रेन का उपयोग किया गया। लगभग 4 घंटे मशक्कत के बाद अजय को बाहर निकाला गया। उसकी सांस चल रही थी। उसे उपचार के लिए जनसेवा अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टर ने मृत घोषित किया। बता दें कि ग्रासिम उद्योग के पावर हाऊस विभाग से फ्लायएश राख निकालती थी। उस समय इस राख का कोई उपयोग नहीं होने के कारण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर के समीप खाली पड़ी भूमि पर राख डालकर ढेर कर दिए गए थे। वह पहाड़नुमा हो गए हैं।
ईंट बनाने में होता है उपयोग
फ्लायएश राख का उपयोग ईंट बनाने में होने से महंगी बिकने लग गई है। राख के ढेरों के समीप कुछ ईंट भट्टा संचालित होते हैं, जहां राख के ढेर हैं। वहां उद्योग के अभी भी सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं। भट्टा संचालक इन गार्डों से साठगांठ कर ढेरों में से राख निकालकर ईंट बनाने में उपयोग करते हैं। घटना की सूचना मिलते ही विधायक दिलीपसिंह गुर्जर, पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत, नपाध्यक्ष संतोष ओपी गेहलोत, उपाध्यक्ष सुभाष शर्मा, मंडल अध्यक्ष सीएम अतुल, एसडीएम आशुतोष गोस्वामी, सीएसपी पिंटु बघेल, तहसीलदार रामस्वरूप जायसवाल, सीएमओ सीएस जाट, मंडी थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा सहित पूरा प्रशासन महकमा मौके पर पहुंच गया था। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।

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