जमीनी हकीकत में धरती आसमान का अंतर
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर बारा क्षेत्र में गौशालाओं में निरंतर कोई ना कोई गोवंश चारा भूसा के अभाव में टूटकर बीमार रहता है परंतु उनकी सुध लेने वाला कोई जिम्मेदार नहीं जिसका दुष्परिणाम कराह- कराहकर के बेजुबान गोवंश असमय काल के गाल में समा जाते हैं 2 दिन से हो रही रिमझिम बरसात से गौशालाओं में बचाव के ठीक ढंग से इंतजाम नहीं हो सके अलबत्ता गोवंश ठंड से कराह रहे हैं ।खाऊ कमाऊ नीति के चलते गौशालाओं का संचालन बेहतर रूप से नहीं चल पा रहा है यदि जमीनी हकीकत देखनी है तो किसी भी गौशाला में जाकर गोवंश के सापेक्ष टैगिंग चेक कर दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सकता है। गौशालाओं में गोवंश की स्थिति अच्छी नहीं कही जा सकती गोवंश भूख प्यास से तड़पते हुए घायल अवस्था में कराहते रहते हैं। गौशालाओं की जमीनी हकीकत में धरती आसमान का अंतर है जिसे नकारा नहीं जा सकता है।

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