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तीर्थंकर बालक आदिकुमार के जन्मोत्सव पर अयोध्यापुरी में छाई, उमडा श्रद्धा का सैलाव

Wednesday, February 1, 2023

/ by Today Warta



राजीव कुमार जैन रानू

अभिनंदनोदय तीर्थ से अयोध्यापुरी पहुंची जन्मोत्सव की भव्य शोभायात्रा

ललितपुर। श्रीमज्जिनेन्द्र शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा गजरथादिक एकादश रथोत्सव अभिनंदनोदय तीर्थ की अयोध्यापुरी मेें तीर्थंकर बालक आदिकुमार का जन्मोत्सव वडे धूमधाम से मनाया गया। घंटा घडियाल व वाध्य यंत्रों की डंकार के बीच जयजयकारों की गूज हुई। महाराजा नाभिराय के दरवार में अयोध्यानगरी के राजदरवारियों ने नृत्य  कर खुशियां मनाई। कुवेर इन्द्र द्वारा तीर्थंकर बालक आदि कुमार के जन्मोत्सव पर अपने खजाने के दरवार खोल दिए और नगर की प्रजा को कर हस्तो से किमिक्षित दान दिया गया। निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए भगवान के जन्मकल्याणक के अभिषेक को संसार में सुख समृद्धि का कारण  बताया। कहा कि इससे संसार की हजारों समस्याओं का एक ही निदान है जन्म जन्मो से मुक्ति का मार्ग है। मुनिश्री ने भगवान के जन्मकल्याणक के इस अभिषेक की महिमा बताते हुए कहा जन्माभिषेक का गंधोदक दूख दर्द दरिद्रता को दूर करेगा परिवार में सुख समृद्धि व्यापार आदि को वढाने का कारण होगा। प्रभु का गंधोदक जव घरों में पहुचता है उससे वातावरण निर्मल तथा दूषित माहौल दूर होगा यह धर्म संस्कृति और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होने बताया कि बालक आदिकुमार का जीव 10 भवों तक इस संसार में भ्रमण करता रहा जव उसने मुनिराज के दर्शन किए और मुनिराज ने संबोधित किया कि तुम तो एक भव्य जीव हो आगे चलकर तुम्हें जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ बनना है। वही आदिकुमार का जीव महाराजा नाभिराय की अर्धांगिनी माता मरूदेवी के गर्भ में पहुचा जो आगे चलकर जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ बने। उन्होने कहा नारी पर्याय कहीं भी धन्य नहीं होती लेकिन जव नारी बालक को जन्म देकर मां बनती और शचि बनकर पहला दर्शन कराती है संसार में इस पुण्य का कोई मुकावला नहीं कर सकता। उन्होने कहा संससारी मां को गर्भ से सूतक लगते है जिससे कुल परिवार धर्म से वंचित रहता है लेकिन तीर्थंकर वालक के जन्मते किसी को एक क्षण का सूतक नहीं लगता वह इतने पवित्र होते कि जन्म होते ही दस अतिशय आते हैं ये तपस्या और उपादान शक्ति लेकर जन्मे जिन्होने पूरे संसार को सन्मार्ग बताया। धर्मसभा के प्रारम्भ में मुनि सुधासागर महाराज का पादप्रक्षालन पुण्र्याक परिवार द्वारा किया इस मौके पर संघस्थ मुनि पूज्यसागर महाराज एलक धैर्यसागर महाराज क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज का सानिध्य पाकर श्रावक अभिभूत रहें।

तीर्थंकर बालक के जन्मोत्व पर रहा जश्न का माहौल

तीर्थंकर बालक के जन्मोत्सव पर अयोध्यापुरी से लेकर नगर में जश्न का माहौल रहा सुबह से ही मिठाईयां बटी। नगर में जव शोभायात्रा निकली उत्साह में लोगों ने जनसमुदाय का स्वागत किया। वीर व्यायामशाला, आचार्य विद्यासागर सेवा संघ, स्याद्वाद बद्र्धमान सेवा संघ, वीरसेवा संघ, आदिनाथ सेवा संघ, भारतीय जैन मिलन वाहुवलि सेवा संघ,जैन सेवा संघ, तारण तरण युवा सेवा के स्वयंसेवक अयोध्यापुरी में झूम उठे।

अभिनंदनोदय तीर्थ ज्ञानोदय नगर व पाश्र्वनाथ मंदिर में भी हुआ जन्मोत्सव

श्रीमज्जिनेन्द्र शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान अयोध्यापुरी के अतिरिक्त नगर के अभिनंदनोदय तीर्थ, श्रीमुनिसुव्रतनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ज्ञानोदय नगर एवं श्री पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में प्रतिष्ठाचार्य के मार्गदर्शन में जन्मकल्याणक की मांगलिक क्रियाएं पुर्याजक परिवारों ने की। गौरतलव रहे कि प्रतिष्ठा की मांगलिक क्रियाए सम्पन्न होने से नवनिर्मित मंदिर में जश्न का माहौल बना हुआ है।

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