मोहम्मद जमाल
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कस्बे में मौजूद दरगाह मौलवी तसद्दुक हुसैन शहीद रहमतुल्लाह अलैह का उर्से पाक यौमे विलादते गौशे आज़म के नाम से मनाया गया जो कि काफी अर्से से मनाया जा रहा है इस उर्से पाक में मौलाना सय्यद फैज़ हसन साहब उन्नाव ने तक़रीर की मौलाना ने अपनी तक़रीर के ज़रिए अदलो इंसाफ की बात करते करते कहा तुम लोग अदल करो इंसाफ करो लोगों की मदद करो नेक बनने की कोशिश करो ये ना देखो की तुम से मदद कौन मांगने आया है बल्कि ये देखो वो तुम्हारे पास आया है जो मदद कर सकते हो वो मदद करो तुम हुसैन वाले हो हुसेन वाला काम करो यज़ीदी काम न करो और अपनी तक़रीर में देश की सलामती के लिए दुआ की प्रोग्राम का आगाज़ हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जुलूस निकाला गया जो कि तहसील कैम्पस में मौजूद दरगाह हसन रज़ा शाह तक गया जिसमें मस्जिद के इमाम व आए शायरे इस्लाम लोगों ने नात और मनकबत पढ़ी शांति के साथ जुलूस वापस आया वहीं लंगर का भी ऐतिमाम किया गया प्रोग्राम की सदारत हाजी नयामतुल्ला फ़िरोज़ साहब ने की वही मोहान से चलकर आए हाजी ज़ुबैर मोहसिन गुलज़ार अख्तर अजमेरी मज़हर हामिद उर्फ गुड्डू अनीस निज़ामी मुजीब मुसर्रफ गुलज़ार वहीं उन्नाव कन्नौज कानपुर सफीपुर एवं आस पास कस्बे के लोगों की उपस्थिति रही