मोहम्मद जमाल
उन्नाव। प्रसूता की बेटी को जन्म देने के बाद देर रात मौत हो गई। परिजनों ने निजी अस्पताल के स्टॉफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ललऊखेड़ा चौकी पर तहरीर दी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया है। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अधिक रक्तस्राव होने से मौत होने की पुष्टि हुई है। माखी थाना क्षेत्र के कुशलीखेड़ा ऐरा भदियार गांव निवासी अनिल यादव की 32 वर्षीय पत्नी राजरानी के प्रसव पीड़ा होने पर महिला जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टर ने संक्रमित बताकर हैलट रेफर कर दिया था। मगर परिजन उसे हैलट की बजाए ललऊखेड़ा गांव स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। जहां स्टाफ ने 10 हजार रुपये जमा कराए। शाम को ऑपरेशन किए जाने पर प्रसूता ने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद रक्तस्राव शुरू होने से हालत बिगड़ने लगी। इसके बाद परिजन उसे शहर के दूसरे निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने राजरानी को मृत घोषित कर दिया। परिजन दोबारा उसे पहले वाले निजी अस्पताल ले आए और पुलिस को सूचना दी। तब तक अस्पताल स्टाफ ने एम्बुलेंस से डॉक्टर को भेज कानपुर कल्याणपुर निजी अस्पताल पहुंचा दिया। जहां डॉक्टर उसे छोड़कर भाग निकला। वहां भी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किए जाने पर परिजन वाहन की व्यवस्था कर शव को लेकर शहर आए। जहां पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों के मुताबिक राजरानी के चार बेटियां हैं। इंस्पेक्टर कोतवाली राजेश पाठक ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।