राकेश केशरी
स्कूल कालेजो एवं मदरसों में किये गए संवेदीकरण कार्यशाला
कौशाम्बी। विश्व क्षय रोग दिवस यानि वर्ड टीबी डे है। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत इस दिवस पर शुक्रवार 24 मार्च को विविध कार्यक्रम होंगे। इसी क्रम में गुरुवार को स्व0 एस.एन मौर्य उच्च माध्यमिक विद्यालय में बच्चों को क्षय रोग के बारे में जागरूक किया गया। यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ0 सनत कुमार झा ने दी। डॉ0 सनत कुमार झा ने बताया कि विगत कई वर्षों में क्षय रोग से ग्रसित मरीजों की संख्या वर्ष 2021 में 2304, वर्ष 2022 में 2517 एवं वर्ष 2023 में अभी तक 673 मरीज चिन्हित किये गए हैं। इसमें 78 एमडीआर मरीज है। वर्ड टीबी डे मनाने का उद्देश्य लोगों में टीबी के बीमारी के प्रति जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने छात्रों और कर्मचारियों से टीबी संदेश को जनता के बीच ले जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक जनपद सहित देश को क्षय रोग मुक्त बनाने की दिशा में कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं। डीपीपीएमसीअजीत कुमार मौर्य एवं डीटीसी, एसटीएस विनीत कुमार सिंह ने पीपीटी के माध्यम से टीबी की मूल बातों पर प्रकाश डाला। उन्होंने टीबी के लक्षण जैसे शाम के समय बुखार होना, रात में पसीना आना, थकान व वजन कम होना, लगातार तीन हफ्ते से खासी व बलगम में खून आना आदि कारणों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है। इसका इलाज पूरा होने के बाद यह बीमारी पूरी तरह से ठीक होती है। इसे छिपाने से यह अन्य लोगों में भी फैल सकता है। उन्होंने कहा कि पौष्टिक आहार, दवा का पूरा कोर्स एवं भावनात्मक सहयोग से मरीज जल्दी ठीक होता हैं। उन्होंने सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीज के बैंक खाते में प्रतिमाह 500 रुपए भेजे जाते हैं। कार्यक्रम उपरांत प्रबंधक राम नरेश प्रधानाचार्य संजीव कुमार ने बीमारी के बारे में जानकारी देने के लिए जिला क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।