राकेश केशरी
कौशाम्बी। चरवा थाना क्षेत्र के हौसी मजरा काजू गांव के समीप पांच दिन पहले कुंए में युवक का शव मिला था। पुलिस युवक के हत्यारों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है। पुलिस हवा में ही तीर चलाने को मजबूर है। एक महीना पहले गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी थी। पिपरी थाना क्षेत्र के कादिलपुर गांव निवासी सरजन यादव पुत्र मुंशीलाल गांव में जर्जर घोषित हो चुके पंचायत भवन के एक कमरे में रह कर गुजर बसर करता था। चचेरे भाई ने बताया कि सुरजन बिजली का मिस्त्री था और वह मजदूरी पर काम करता था। 13 फरवरी की सुबह करीब दस बजे एक बाइक सवार युवक सरजन को बुलाने आया था। गेस्ट हाउस में खराब हुई बिजली बनाने की बात कहकर बाइक सवार युवक सरजन को बुलाकर ले गया था। देर रात तक घर न लौटने पर चचेरे भाइयों को अनहोनी की आशंका हुई। उन्होंने सरजन की काफी खोजबीन की। सुराग न लगने पर भाई राजभान यादव ने पिपरी थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पर, पुलिस ने मामले में गुमशुदगी दर्ज कर ठंडे बस्ते में डाल दिया था। इसके के परिणाम स्वरुप गायब होने के ३३ दिनों के बाद सरजन का शव चरवा थाने के हौसी गांव के समीप खेत के कुंए में मिला था। इसके बाद भी चार दिन बीतने के बाद पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। पुलिस अब तक हत्यारों का सुराग नहीं लगा सकी है। इस संबंध में इंस्पेक्टर श्रवण कुमार सिंह का कहना है कि जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी कर मामले का खुलासा किया जाएगा।