राकेश केशरी
महिला का काफी दिनो स ेचल रहा था जमीनी विवाद
कौशाम्बी। जनपद मुख्यालय मंझनपुर में एक महिला को अफसरों की चैखट पर इंसाफ मांगना काफी महंगा पड़ गया। मंझनपुर पुलिस ने इंस्पेक्टर गायत्री सिंह की तहरीर पर मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज कर पीड़ित को उसके दूध मुहे बच्चों समेत जेल भेज दिया है। इंस्पेक्टर ने तहरीर में आरोप लगाया है कि महिला ने उन्हें और उनकी हमराह सिपाहियों के साथ मारपीट की। मंझनपुर के टेवां गांव की रहने वाली कविता पांडे पत्नी मनीष पांडे ने कई महीने पहले गांव के ननका सोनकर से जमीन 3 लाख रुपए देकर खरीदी थी। जमीन पर पीड़ित को कब्जा देने की बात आई तो ननका सोनकर रहस्यमय हालत में लापता हो गया। कविता पांडे का आरोप है, गांव के दबंग अरविंद यादव ने ननका सोनकर द्वारा बताई गई जमीन को जबरन कब्जे में ले लिया। जिसके चलते वह अपनी जमीन पर काबिल नहीं हो पा रही। खरीदी गई जमीन पर कब्जा पाने के लिए पीड़ित ने डीएम से लेकर सीएम तक इंसाफ की गुहार लगाई, लेकिन पिछले 3 महीनों मे उसे केवल आश्वासन की घुट्टी ही पिलाकर घर भेज दिया गया। भाई राकेश पांडे के मुताबिक, 15 दिन पहले सीओ मंझनपुर ने थाने में पंचायत बुलाकर आरोपी अरविंद यादव एवं कविता पांडे के बीच सुलह समझौता करा दिया। जिसमें पुलिस ने लिखा पढ़ी कराते हुए अरविंद यादव को कविता पांडे को जमीन के 3 लाख रुपए देने की सहमति बना दी। रुपए न देने पर पीड़ित की तहरीर पर अरविंद पर केस दर्ज किए जाने का दावा पीड़ित के सामने किया गया। लेकिन पीड़ित को तय समय के बाद भी अरविंद यादव ने रुपए नहीं दिए। बुधवार की शाम पीड़ित एक बार फिर कलेक्ट्रेट में डीएम से इंसाफ की गुहार लगाने पहुंची। जिस पर मंझनपुर पुलिस ने महिला थाना प्रभारी को बुलाकर कलेक्ट्रेट परिसर से जबरिया थाने ले गए। इंस्पेक्टर गायत्री सिंह की तहरीर पर मंझनपुर पुलिस ने इंसाफ की गुहार लगा रही कविता के खिलाफ मारपीट सरकारी कार्य में बाधा सहित धमकी देने की गंभीर धारा में केस दर्ज कर बृहस्पतिवार को जेल भेज दिया। कविता पर कार्रवाई करने वाली पुलिस ने उसके 2 छोटे छोटे बच्चों को भी जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है। इंस्पेक्टर मंझनपुर संतोष शर्मा के मुताबिक, इंस्पेक्टर महिला थाना की तहरीर मिली थी। जिस पर सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर आरोपी को जेल भेजा गया है। उन्होंने उच्चाधिकारियों के आदेश का पालन किया है। इस संबंध में एसपी बृजेश श्रीवास्तव से बात करने के लिए फोन किया गया तो पीआरओ ने एसपी के मीटिंग में होने की बात कह कर फोन काट दिया।