राकेश केशरी
आकलन के बाद कमजोर समूह के उत्थान के लिए की दी जाएगी मदद
कौशाम्बी। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत महिला स्वयं सहायता समूह की आमदनी का ब्योरा अब आनलाइन होगी। इसके बाद आय में वृद्धि करने वाले समूह को सम्मानित किया जाएगा। कमजोर समूह की आय बढाने के लिए मदद की जायेगी। इसके लिए समूह सखियों के माध्यम से अंत्योदय ऐप से सत्यापन कराया जायेगा। शिक्षित व अनपढ़ बेरोजगार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार की ओर से राष्ट्रीय आजीविका मिशन योजना शुरू की गई है। जिसके तहत 10 महिलाओं का समूह का गठन होने के बाद सरकारी सहायता के साथ रोजगार शुरू करने के लिए बैंकों से ऋण दिया जाता है। इसके अलावा ड्राई राशन वितरण, मनरेगा में महिला मेठ, सामुदायिक शौचालय में केयरटेकर के काम का दायित्व सौंपा गया है। स्वयं सहायता समूह गठन होने के बाद महिला सदस्य भैंस पालन, ई-रिक्शा संचालन, किराना व श्रृंगार की दुकानों का संचालन और प्रेरणा कैंटीन के माध्यम से रोजगार से जुड़ी हुई है। सामूहो का ब्यौरा जुटाने के लिए स्वतरू रोजगार विभाग मिशन आंत्योदय ऐप के माध्यम से सर्वेक्षण कराया जा रहा है। इस सर्वे में समूह सखी गांव-गांव जाकर समूह की आमदनी का विवरण आनलाइन फीड करेगी। इसके बाद नाफा कमाने वाली लखपति दीदी (स्वयं सहायता समूह की महिलाओं) को सम्मानित किया जाएगा। वहीं इसके माध्यम से कमजोर समूह को मजबूत करने के लिए सरकारी मदद दी जाएगी। डीसी स्वतरू रोजगार मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि जिले के आठ ब्लाकों में समूह सखियों के माध्यम से सत्यापन करने का कार्य कराया जा रहा है। जिसके बाद गठित समूह की आय की जानकारी होने पर आमदनी बढ़ाने को सम्मानित करने के साथ कमजोर समूहों के उत्थान के लिए मदद की जाएगी।