राकेश केशरी
ओवरलोड बालू वाहनो से जिले की सडके रही टूट,परिवहन विभाग वसूली में मस्त
बालू के खेल में तीन स्तर पर हो रही वसूली,र्दुघटना व जाम की बनी समस्या
कौशाम्बी। जिले में खनन विभाग व थाना पुलिस एंव परिवहन विभाग की मिली भगत से जहां एक ओर यमुना नदी में अवैंध खनन रूकने का नाम नही ले रहा,वही दूसरी ओर बालू लदे ओवरलोड वाहनो से र्दुघटना बढती जा रही है,जबकि इन ओवरलोड वाहनो से जिले की तमाम सडके टूटती जा रही है। वही जिला प्रशासन के उच्चअधिकारी भी आंख मंूदे हुए है। गौरतलब हो कि जिले के पिपरी थाना क्षेत्र के व्यूर, उमरवल व सेउढा,सैदपुर थाना सराय अकिल क्षेत्र के छेकवां,नंदा का पुरवा, जबकि थाना महेवाघाट,पश्चिम शरीरा,कौशाम्बी के भी कई घाटो पर खनन विभाग व थाना पुलिस से मिलीभगत करके खनन क्षेत्र के इतर अवैंध खनन बालू माफियाओं के द्वारा कराया जा रहा है। वही अवैंध खनन यमुना नदी की जल धारा के बीच से नावो के द्वारा भी अवैध खनन का सिलसिला जारी है। ऐसा नही है कि जिले के उच्चअधिकारी इस खेल से वाकिफ नही है,या फिर जान बूझकर इनकी भी मूक सहमति है, वही कडी कार्रवाई न होने से बालू माफियाओं की पौ बारह है। जबकि यमुना के घाटो से ट्रैक्टर 300 सौ 400 फुट,ट्रक 1000 से 1200 फुट,डंफर 1000 से 1200 फुट बालू को ओवरलोड लदान करके चलने से जहां सडके टूट रही है,वही ओवरलोड रोकने के जिम्मेंदार अफसर एआरटीओ भी इस खेल के हिस्सेदार बताये जा रहे है। सूत्र बताते है कि खनन विभाग मोटी वसूली करके बालू माफियाओं को अवैंध खनन की छूट दे रखा है तो वही सूत्रो का कहना है कि ओवरलोड के लिये पुलिस विभाग व एआरटीओ माहवारी के रूप में इंन्ट्री करके वसूली के चक्कर में ओवरलोड बालू लदे वाहनो के विरूद्व कार्रवाई नही करते। बहरहाल कौशाम्बी जिला बालू के अवैंध खनन के लिये बदनाम जनपद रहा है,सूबे में सरकारे बदलती रही, सिस्टम बदलता रहा,इसी के साथ अवैंध वसूली का भी सिस्टम बदलता रहा है,शायद सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक जिले में अवैंध खनन व ओवरलोड का मामला उनके ही मंत्री,विधायक,सांसद,प्रभारी मंत्री उनके संज्ञान में नही देते है,जिससे जहा एक ओर यमुना नदी में अवैंध खनन नही रूक रहा तो दूसरी ओर ओवरलोड भी रूकने का नाम नही ले रही है। शायद इसी लिये यमुना नदी के तराई वासियो नें मुख्यमंत्री से इस मामले में कडी कार्रवाई की मांग को लेकर आवाज उठाने लगे है।