इन्द्रपाल सिंह'प्रिइन्द्र
भारतरत्न बाबा साहेब भारतीय संविधान निर्माण में अग्रणी रहे
ललितपुर। विकासखंड मड़ावरा अंतर्गत संकुल केंद्र पारौल के उच्च प्राथमिक विद्यालय गुरयाना में भारतीय संविधान के निर्माता और महान सामाज सुधारक डा. भीमराव अम्बेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर पुष्पांजलि समर्पित कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। इस मौके पर वरिष्ठ शिक्षामित्र हाकम सिंह ने कहा डा.अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। वह स्वतंत्र विचारधारा के थे, उन्होंने भारत में सामाजिक असमानता, जाति व्यवस्था को पूर्ण रुप से समाप्त करने में योगदान दिया। अहिंसा सेवा संगठन के संस्थापक विशाल जैन पवा ने कहा भारत रत्न बाबा साहेब संविधान सभा में प्रारूप समिति के अध्यक्ष चुने गये एवं स्वतंत्र भारत संविधान के निर्माता बने। वह कानून, राजनीति और अर्थशास्त्र सहित कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट, भारत गणराज्य के प्रमुख नेताओं और वास्तुकारों में से एक एवं सामाजिक उत्थान में अग्रणी थे। अनीता तिवारी ने कहा अम्बेडकर का जन्म मध्यप्रदेश के सेना छावनी क्षेत्र में हुआ था। उस समय उनके पिता भारतीय सेना में एक कर्मचारी थे। बाबा साहब अम्बेडकर ने अपमानित व्यवहार और निरर्थक विचारधाराओं के खिलाफ लडऩे और अपने अधिकारों को प्राप्त करने में सहायता की। विनीता पाठक ने कहा बोधिसत्व डॉ अम्बेडकर के 6 दिसंबर 1956 को मरणोपरांत उन्हें 1990 में भारतरत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सअ संध्या ने कहा डा.अम्बेडकर ने जातिगत व्यवस्था और भेदभाव के खिलाफ तथा दलित और वंचित लोगों को उनके मूल अधिकार दिलाने के लिए कड़ा संघर्ष किया, उनके आदर्श आज भी प्रासंगिक है। इस मौके पर रश्मि राजा, किशोरी देवी, रामकली, मल्थूबाई, रतिदेवी, उमादेवी, उर्मिला आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक अध्यापक नरेन्द्र प्रताप सिंह ने किया।