राकेश केशरी
कौशाम्बी। एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक चले संचारी रोग नियंत्रण अभियान और 17 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चले दस्तक अभियान ने जनपदवासियों को कई संदेश दिए। इस दौरान आशा कार्यकतार्ओं जहां पहली बार हीट वेव से बचाव के लिए जागरूक किया वहीं वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और फाइलेरिया की रोकथाम क्षेत्रवासी स्वयं आगे आए। स्वास्थ्य समेत अन्य महकमों के समन्वय से विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान पूरे बृहद स्तर पर चलाया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 सुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि अभियान के बाद भी जनपद में संचारी रोगों से बचाव के लिए प्रयत्न जारी है। जिला मलेरिया अधिकारी अनुपमा मिश्रा ने बताया कि अभियान के सम्पन्न होने के बाद भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी के दिशा-निर्देशन में जिला मलेरिया विभाग अन्य विभागों के समन्वय से संचारी रोगों से लड़ने के लिए प्रयासरत है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्कूल न जाने वाले बच्चो की सूची एवं उनके स्वास्थ्य, पोषण और टीकाकरण के लिए संचालित दस्तक अभियान में कुपोषित बच्चों की पहचान, टीकाकरण, दस्त रोग, मां के दूध के फायदे, निमोनिया की पहचान, एनआरसी और एसएनसीयू से डिस्चार्ज बच्चों के फॉलोअप संबंधी गतिविधियां की गई । सभी जनपदवासियों से यह निवेदन है की अपने घर के आस पास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें, इधर-उधर कूडा-कचरा व गंदगी न फैलायें, खुले मैदान या खेतों में शौच न करें। हाथ धोना, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। अपने आस-पास बरसात का पानी न एकत्र होने दें। ताकि डेंगू, मलेरिया, होने वाली समस्त संचारी रोगों से बचा जा सके।
दस्तक अभियान उपलब्धि
जनपद में 17 से 30 अप्रैल 2023 तक चले दस्तक अभियान में 1546 क्षेत्रीय आशाओं जो प्रशिक्षण दिया गया। जन-जागरूकता फैलाने के लिए आशाओं को 325706 घरों पर दस्तक देने का लक्ष्य दिया गया था। जनपद में कुल 1617 मातृ बैठक का आयोजन हुआ। एईएस पर चर्चा के लिए 1030 वीएचएनडी दिवस आयोजित कराए गए। वहीं 553 वी0एच0एन0सी0 बैठक सम्पन्न हुईं। दस्तक अभियान के अंतर्गत आशाओं ने कुल 325706 घरों पर दस्तक दी जिसकी उपलब्धि सौ प्रतिशत रही। क्लोरिनेशन डेमो स्थल की संख्या अभियान का लक्ष्य 752 उपलब्धि 757 जिसकी उपलब्धि 100.66 प्रतिशत रही। 17 से 30 अप्रैल तक सम्पूर्ण अभियान में कुल फीवर ट्रैकिंग में कुल 456 लोगों में बुखार के लक्षण मिले। 456 मलेरिया रोग हेतु स्लाइड/आर0डी0टी0 किट से जॉच के लिए भेजे गए। जिसमे से मलेरिया धनात्मक पाए गए रोगियों की संख्या जीरो-जीरो रही,क्षय रोग के लक्षण युक्त 188 व कोविड-19 के 327 व्यक्तियों के नमूने जांच के लिए भेजे गए। अभियान के अंतर्गत जनपद में 163 कुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए,इनमें से 139 बच्चों को उपचार हेतु सन्दर्भित किया गया।