लुटेरों द्वारा लूटे गए करोड़ों के सरकारी खजाने का जिला अधिकारी के संज्ञान में होने के बाद भी क्यों नहीं हो सकी कार्यवाही सवाल आवाम का।
कौशांबी अंग्रेज लुटेरों की तर्ज पर अपने ही सराय अकिल नगर पंचायत को जिम्मेदारों द्वारा पूरे शिद्दत से लूटने का काम किया गया है। जिसको लूटने में किसी भी प्रकार का कोई कोर कसर एवं संकोच नहीं रखा गया है । इन भूखे नंगे लुटेरों द्वारा नगर पंचायत के विकास के नाम पर करोड़ों रुपए की रकम फर्जी हस्ताक्षर व वाउचर में फर्जी तरीके से सील मोहर लगाकर लूटा गया है जिसको प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता जेपी सिंह द्वारा अपनी जांच रिपोर्ट में स्पष्ट करते हुए जिला अधिकारी कौशांबी को 4 साल पहले ही प्रेषित कर दिया है। जिस पर जिला अधिकारी द्वारा लगभग साढे 4 वर्ष बीतने के बाद भी
अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिनसे इन लुटेरों के हौसले आज भी बुलंद हैं। और नगर पंचायत सराय अकिल के विकास के नाम से आज भी नगर पंचायत के धन को लूटने में पूरे शिद्दत से लगे हुए हैं। आपको बताते चलें कि 17 अगस्त 2018 को वरेनियम कंट्रक्शन के नाम से 3 लाख 81 हजार 330 रुपए का भुगतान किया गया है । जिस वाउचर पर अवर अभियंता व सहायक अभियंता के हस्ताक्षर कराए बिना ही फर्जी हस्ताक्षर बनाकर भुगतान कर दिया गया है। और इतना ही नहीं 25 दिसंबर 2018 को सराय अकिल नगर पंचायत के लुटेरों द्वारा 4 लाख का और भी भुगतान किया गया है। जिस पर अवर अभियंता व सहायक अभियंता के हस्ताक्षर नहीं हैं। जिस वाउचर पर फर्जी हस्ताक्षर के सहारे लाखों का पेमेंट किया गया है। जिस भ्रष्टाचार को प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता जेपी सिंह द्वारा स्पष्ट करते हुए अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है। जिसके बाद भी
ऐसे भ्रष्ट जिम्मेदारों पर मुकदमा लिख कर जेल भेजने में अभी तक जिला प्रशासन क्यों मौन है। जो एक बड़ा जांच का विषय बना हुआ है। जिस पर सराय अकिल नगर पंचायत की जनता उच्च अधिकारियों से न्याय किए जाने की आस में इंतजार कर रही है।