बांदा चौक-चौराहों पर गणेश पंडाल बनाने के लिए युवा समितियों के बीच उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। गणेश उत्सव समिति के पदाधिकारी चंदा इकट्ठे करने के लिए दुकानों घरों एवं कालोनियों में घूम रहे हैं। बांदा। गणेश चतुर्थी को लेकर कालु कुआं बबेरू रोड़ रिलायंस पेट्रोल पंप के पीछे कई सालों से बांदा में कलकत्ता के निवासी मधुपाल और उनके विभिन्न कलाकार मूर्तियों को अंतिम रूप देने लगे हुए हैं। वहीं चौक-चौराहों पर गणेश पंडाल बनाने के लिए युवा समितियों के बीच उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। गणेश उत्सव समिति के पदाधिकारी चंदा इकट्ठे करने के लिए दुकानों घरों एवं कालोनियों में घूम रहे हैं। 31 अगस्त को महाराणा प्रताप में गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी। मूर्तिकार भी गणेश जी की मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। शहरवासियों में भी गणेश की मूर्तियों की खरीदारी को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। विभिन्न गणेश उत्सव समिति के लोगों ने आर्डर दे दिया है। कलकत्ता निवासी मधुपात्र मूर्तिकार ने बताया कि उनका परिवार लंबे समय से मूर्तियों को बनाते आ रहे है। गणेश चतुर्थी के तीन महीने पहले से ही मूर्तियों की तैयारी शुरू हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि वह इको फ्रेंडली मूर्तियां बनाते हैं। इको फ्रेंडली मूर्तियां पानी में जल्दी घुल जाती हैं। वे हर वर्ष एक फीट से लेकर 10 फीट की मूर्तियां बनाते हैं। कोरोना काल के दो साल बाद गणेश चतुर्थी को लेकर काफी चहल पहल नजर आ रही है। इस बार त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा।