कानपुर। कानपुर में अलग-अलग क्षेत्रों में रविवार को डायरिया के 84 रोगी मिले हैं। 68 रोगी अकेले ग्वालटोली के हैं। इन रोगियों का इलाज ओपीडी स्तर पर चल रहा है। इसके अलावा धनुकाना के आनंदनगर और बर्रा के हरदेवनगर में भी डायरिया के आठ-आठ रोगी मिले हैं। बर्रा भी अब डायरिया की चपेट में है। ग्वालटोली के मकबरा में शनिवार को डायरिया से एक रोगी की मौत के बाद रविवार को एसीएमओ डॉ. आरएन सिंह की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पेयजल की स्थिति देखी। इसमें पाया गया कि मकबरा क्षेत्र में जलसंस्थान पेयजल आपूर्ति करता है। यहां पेयजल में गंदगी मिली है। इसी पानी को लोग पी रहे हैं। इस संबंध में सीएमओ को रिपोर्ट देकर हालात बताए गए। एसीएमओ डॉ. सिंह ने छह स्थानों के पेयजल का सैंपल लिया है। इसे लखनऊ की लैब में जांच के लिए भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगाकर दवाएं वितरित कीं। डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में बुखार के 16 रोगी मिले। इसके अलावा 135 मौसमी बीमारियों के रोगी मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 116 रोगी ग्वालटोली में मिले हैं। डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ओआरएस घोल के पैकेट और क्लोरीन की गोलियां वितरित कीं गईं। इसके साथ ही लोगों को स्वास्थ्य शिक्षा दी गई।