कौशाम्बी। सरकार हर माह 900 रुपए प्रति गोवंश भरण पोषण के हिसाब से गौशालाओं सहित मांग पर गोपालक को भी धनराशि उपलब्ध करारी है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रो में संचालित गोशालाओं की इसके बाद भी हालत बद से बदतर है। गौरतलब हो कि ग्रामीण क्षेत्रो में संचालित गोशालाओ की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतो व नगरीय क्षेत्रो में नगर पंचायत की है। लेकिन जिम्मेदार गोवंशो के भरण पोषण की धनराशि में बंदरबाद करने से बाज नही आते। कौशाम्बी विकास खण्ड के विदाव ग्राम पंचायत में बनी गौशाला का ताजा मामला देखने को मिला है जहां पर गायों को सूखा भूसा खिलाया जा रहा है, जिससे आये दिन गोवशो की मृत्यु हो रही है। गौशाला में काम करने वाले मजदूरों से बताया कि जिम्मेंदार लोग जैसा कहते है,वह लोग करने को मजबूर है।

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