ललितपुर। सरकार द्वारा समय समय पर स्वच्छता अभियान चलाया जाता है। लोगों को अपने पास-पड़ौस में साफ-सफाई रखने के लिए जागरुकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा जाता है। स्वच्छता अभियान के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं। शहर से गांव तक लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाता है। इसके बावजूद ललितपुर में सरकार का यह अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है। नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर-08 में कचरों से भरी पड़ी नाली व नालियों में जमी सिल्ट के साथ हरी घास स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रहा है। लोगों ने बताया कि नालियों की नियमित साफ-सफाई नहीं होने से हमेशा जाम पड़ा रहता है। जमा कचरों से मच्छरों का प्रकोप भी काफी बढ़ गया है। जिससे बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है। मोहल्ले के गलियों में पर्याप्त लाइट नहीं लगाया गया है। शाम होते ही गलियों में अंधेरा छा जाता है। रात्रि में गलियों से आने-जाने में काफी परेशानी होती है। नगर पालिका के वार्ड नंबर 08 की सड़क किनारे बनी नालियां अटी पड़ी है। साथ ही सड़क पर पड़े कचरे से दुर्गंध आ रही है। यहां पर सफाई और कचरा की नियमित उठान नहीं होने के कारण कचरे का ढेेर लगा है। बरसात से कचरा सड़ रहा है और दुर्गंध दे रहा है। ऐसे में आसपास के लोगों व दुकानदारों को परेशानी हो रही है। राहगीरों को निकलना भी मुश्किल हो रहा है। इससे क्षेत्र में बीमारी फैलने की भी आशंका है। इसके बाद भी नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। नगर पालिका सफाई स्पेक्टर व स्वास्थ्य नायक की लापरवाही से स्वच्छता अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है। यहां पर सड़क किनारे कचरा पड़ा है, जिसकी सफाई नहीं हो रही है। इससे कचरा ने डंप का रूप ले लिया है। लगातार बरसात से कचरा सड़ गया है। अब यह दुर्गन्ध छोड़ रहा है। इससे इसके आसपास ठहरना मुश्किल हो रहा है। इसके पास में दुकान लगाए दुकानदार भी गंदगी से परेशान हो रहे हैं। उन्हें आवागमन में दुर्गंध के कारण परेशान होना पड़ रहा है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी अनदेखा कर रहे हैं। वर्तमान में बरसात का मौसम चल रहा है। जलभराव व गंदगी वाले स्थानों पर मच्छर पनपते हैं, जिससे बीमारियां फैलने की संभावना रहती है। इसके बाद भी कचरा के ढेर को अनदेखा किया जा रहा है। जिससे लोगों को संक्रामक बीमारी होने का खतरा सता रहा है।