राकेश केसरी
कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी डॉ० रवि किशोर त्रिवेदी की अध्यक्षता में सरस हाल में श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को जन-जन तक पहुॅचाने के लिए विकास खण्डवार कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में आज विकास खण्ड-चायल एवं मूरतगंज के सचिव,ग्राम पंचायतध्ग्राम विकास अधिकारी एवं पंचायत सहायकों को प्रशिक्षण दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य श्रम विभाग, उ०प्र० भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित योजनाओं को जन-जन तक पहुॅचाने तथा समाज के वंचित वर्ग, जो निर्माण श्रमिक के रूप में कार्य करते हैं, उन्हें लाभान्वित करना हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप निर्माण श्रमिकों का अधिक से अधिक पंजीकरणध्नवीनीकरण कराया जाय, जिससे जनकल्याणकारी योजनाओं से उन्हें लाभान्वित किया जा सकें। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि योजनाओं का लाभ पंजीकृत निर्माण श्रमिकों/मनरेगा श्रमिकों (जिसने विगत 12 माह में 90 दिन का कार्य पूर्ण कर लिया हों) को दिया जाना है। उन्होंने कहा कि निर्माण श्रमिकों का पंजीयन 40 प्रकार की कार्य श्रेणियों यथा-बेल्डिंग, बढ़ई, रोलर चलाना, छप्पर छातना, राजमिस्त्री, प्लम्बरिंग, लोहार, मोजैक पॉलिस, सड़क बनाना, मिक्सर चलाना, पुताई, इलेक्ट्रॉनिक, हथौड़ा चलाना, सुरंग निर्माण, टाइल्स लगाना, कुएं से गाद हटाना, चट्टान तोड़ना, स्प्रे या मिक्सिंग, मार्बल एवं स्टोन, चैकीदारी, चूना बनाना, मिट्टी, सीमेन्ट/कंक्रीट ईंट आदि ढोना, लिफ्ट एवं स्वचालित सीढ़ी की स्थापना, सुरक्षा द्वार एवं अन्य उपकरणों की स्थापना, मिट्टी बालू व मोरंग के खनन, ईट भट्ठों पर ईंट निर्माण, सामुदायिक पार्क या फुटपाथ के निर्माण, रसोई के उपयोग हेतु माडूलर इकाइयों की स्थापना, खिड़की ग्रिल, दरवाजे आदि की गढ़ाई एवं स्थापना, मकानों/भवनों की आन्तरिक सज्जा, बड़े यान्त्रिक कार्य जैसे-मशीनरी पुल निर्माण, अग्निशमन प्रणाली की स्थापना एवं मरम्मत, ठण्डा एवं गर्म मशीनरी की स्थापना, बाढ़ प्रबन्धन व इसी प्रकार के अन्य कार्य से सम्बन्धित, बांध-पुल, सड़क का निर्माण या भवन निर्माण के अधीन कोई संक्रिया, स्वीमिंग पुल, गोल्फ कोर्स आदिध्सहित अन्य मनोरंजन सुविधाओं का निर्माण, लिपिकीयध्लेखा-कर्म किसी निर्माण अधिष्ठान लिपिक व लेखा कार्य के रूप में कार्यरत सभी प्रकार के कर्मकार एवं सभी प्रकार के पत्थर काटने तोड़ने व पीसने का कार्य शामिल हैं। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सचिव, ग्राम पंचायतध्ग्राम विकास अधिकारियों एवं पंचायत सहायकों से कहा कि जनपद में मनरेगा श्रमिक, जिन लोगों ने विगत 12 माह में 90 दिन का कार्य पूर्ण कर लिया हो, उन सभी का पंजीकरण शत-प्रतिशत किया जाना है, जिससे अन्य प्रकार के पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की भॉति मनरेगा श्रमिकों को भी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सकें। उन्होंने मनरेगा श्रमिकों को जागरूककर उनका शत-प्रतिशत पंजीकरण कराने के निर्देश दियें। कार्यशाला में श्रम प्रवर्तन अधिकारी महन्थ प्रजापति द्वारा श्रमिकों का पंजीयन एवं विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं-मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना, कन्या विवाह सहायता योजना, निर्माण कामगार मृत्यु व दिव्यांगता सहायता योजना, गम्भीर बीमारी सहायता योजना एवं सन्त रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना आदि योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि जनपद में अब तक एक लाख 10 हजार 210 निर्माण श्रमिक पंजीकृत हैं। उन्होंने कहा कि पंजीकृत निर्माण श्रमिकों का आयुष्मान योजना के तहत गोल्डेन कार्ड भी बनाया जा रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी बालगोविन्द श्रीवास्तव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।