राकेश केसरी
आने वाले लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दल को भुगतना पड़ेगा
कौशाम्बी। सर्किल रेट मनमानी तरीके से बढ़ाए जाने के चलते बीते 17 दिन से अधिवक्ता हड़ताल पर हैं। धरना प्रदर्शन कर वह अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। लेकिन सर्किल रेट कम करने को कोई अधिकारी तैयार नहीं है। जिससे आक्रोशित अधिवक्ताओं ने सिराथू तहसील में प्रदर्शन कर उप निबंधक कार्यालय में ताला लगा दिया है। अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते न्यायिक कार्य बाधित है। और गांव क्षेत्र से न्याय पाने की उम्मीद से आने वाली जनता को वापस लौटना पड़ रहा है। आम जनता का कहना है। कि आखिर कब तक अधिकारी अपनी जिद पर अड़े रहेंगे आम जनता की पीड़ा को हरने का दम भरने वाले सांसद विधायक व जनता के दुख दर्द पर लंबी चैड़ी डींग हाँककर भाषण देने वाले नेता भी अधिकारियों की तानाशाही पर चुप्पी साध कर बैठ गए हैं। जिसका हिसाब आने वाले लोकसभा चुनाव में आम जनता इन नेताओं से लेने की योजना बनाने लगी है। सर्किल रेट कम करने को लेकर 17 दिन से चल रहे अधिवक्ताओं के इस आंदोलन में जनता के हिमायती बनने वाले नेता तो इस तरह से गायब हो गए हैं। जैसे उन्हें जिला और क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी ही नहीं है। लेकिन नेताओं के इस बेरुखी का खामियाजा आने वाले समय में विभिन्न राजनीतिक दल को भुगतना पड़ेगा। बीते कई दिनों से तहसील के अधिवक्ता हड़ताल कर रहे हैं। लेकिन अधिकारी अपनी जिद पर आ गए हैं। जिससे न्याय के लिए तहसील पहुंचने वाले फरियादी परेशान हैं। गुरूवार को फिर तहसील के अधिवक्ताओं ने स्टाम्प शुल्क और सर्किल रेट में बेहिसाब बढ़ोतरी के मामले के विरोध में 17 वे दिन लगातार प्रदर्शन कर विरोध प्रकट किया है। स्टांप शुल्क में मनमानी तरीके से सर्किल रेट बढ़ाए जाने से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने उपनिबंधक सिराथू कार्यालय में ताला लगाया जिससे उपनिबंधक कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल मचा रहा।

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