कौशाम्बी। जिले में बच्चा चोरी की अफवाह पदयात्रा पर निकले साधुओं व उनके सहयोगियो पर भारी पड गई। बुधवार को बच्चा चोर गिरोह के मंबर होने के शक में तीन साधुओ व उनके दो सहयोगियों को जमकर पीटा। जानकारी पर पहुची पुलिस ने सभी को ग्रामीणो से बचाकर उन्हे थाने ले आई। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि सभी साधु विश्व कल्याण का संकल्प लेकर गंगोत्री से पैदल यात्रा शुरू की थी। अपने संकल्प के अनुसार यह सभी 12 ज्योतिलिंग के दर्शन के लिये यात्रा कर रहे है। गौरतलब हो जिले के कई स्थानो पर बच्चा चोरी की झूठी अफवाह फैलाई जा रही है। इन्ही अफवाहो के बीच बुधवार की सुबह 8 बजे कोडर गांव के समीप तीन साधु व उनके दो सहयोगी ग्रामीणो के गुस्सें का शिकार हो गये। जबकि कोडर गांव के दो बच्चो ने आरोप लगाया कि साधुओ के द्वारा उन्हे नकली नोट व ड्राई फ्रूट का लालच देकर उनके अपहरण की कोशिश की जा रही थी। बच्चो के शोर मचाने पर ग्रामीणो ने साधुओ के घेर कर पीटना शुरू कर दिया। जानकारी पर पहुची कोतवाली पुलिस ने सभी साधुओ को ग्रामीणो के चगुंल से छुडाकर थाने ले आई। कोतवाल विनोद सिंह ने बताया कि पूछ ताछ में पता चला कि मथुरा के रहने वाले रामकृष्ण दास,राजाराम दास और सिद्वार्थ नाथ गोमुख गंगोत्री स ेजल लेकर 12 ज्योतिलिंग के अभिषेक का संकल्प लिया था। रास्ते पडने वाले ज्योतिलिंग का अभिषेक करते हुए यह लोग कौशाम्बी के रास्ते चित्रकूट होकर उज्जैन जा रहे थे। मंगर मंझनपुर में अफवाह के कारण ग्रामीणो के हत्थे चढ गये।